मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटरों की अमृतसर के भकना कलां गांव में पंजाब पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दोनों गैंगस्टर ढेर कर दिए गए थे। इसी कड़ी में अब एक नई जानकारी सामने आई है जिसमें पुलिस ने कहा है कि फायरिंग के एक घंटे के बाद दोनों शूटर मीडियाकर्मियों के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार हो गए थे, लेकिन थोड़ी ही देर उन्होंने अपना मन बदल लिया और फिर से फायरिंग शुरू कर दी थी।

हिंदुस्तान टाइम्स (एचटी) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऑपरेशन का हिस्सा रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एनकाउंटर में पुलिस के साथ भिड़े मनप्रीत सिंह उर्फ ​​मन्नू और जगरूप सिंह उर्फ ​​रूपा भकना कलां के एक घर में छिपे हुए थे। अधिकारी के मुताबिक, यह गांव भारत-पाकिस्तान सीमा के पास ही बसा हुआ है।

अधिकारी ने बताया एनकाउंटर के दिन क्या हुआ

अपराध जांच एजेंसी (सीआईए), मानसा के प्रभारी पृथ्वीपाल सिंह के अनुसार, एक घंटे की भीषण फायरिंग के बाद शूटरों ने गोलीबारी धीमी कर दी थी। इस ऑपरेशन के दौरान इमारत की घेराबंदी करने वाले पुलिस के साथ शूटरों की संक्षिप्त बातचीत हुई थी जिसमें वह आत्मसमर्पण करने के लिए सहमत हुए, लेकिन चंद मिनटों बाद उन्होंने फिर से फायरिंग शुरू कर दी।

पहले की भारी फायरिंग, फिर पड़ गए थे शांत

ऑपरेशन का हिस्सा रहे पृथ्वीपाल सिंह ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि दोनों शूटर सुनसान घर के अंदर छिपे हुए हैं। हमने मौके पर उन्हें घेर लिया। जैसे ही हम घर के पास पहुंचे, उन्होंने (मनप्रीत मन्नू और रूपा) हम पर गोलियां चला दीं और हमने भी जवाबी फायरिंग की। अधिकारी ने कहा कि शुरू में वे बहुत भारी फायरिंग कर रहे थे, लेकिन कुछ समय बाद वह रुक-रुक कर फायरिंग करने लग गए थे।

मीडिया के सामने करना चाहते थे सरेंडर

प्रभारी पृथ्वीपाल सिंह ने बताया कि फायरिंग के दौरान शूटरों ने हमारे साथ बातचीत की। हमने उन्हें नीचे आने और आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। वे मान गए, लेकिन उनकी तरफ से प्रेस को बुलाने के लिए कहा गया। हमने भी उनकी बात मान ली, इस दौरान वह शांत रहे लेकिन पांच मिनट के अंदर ही उन्होंने फिर से जोरदार फायरिंग शुरू कर दी। फिर हमारी तरफ से उनसे कोई बातचीत नहीं हुई।

अब नंबर दीपक मुंडी का

सीआईए प्रभारी ने कहा कि जांच से पता चला था कि मन्नू और जगरूप रूपा हाई-प्रोफाइल हत्या के बाद पंजाब में छिपे रहे। टीम ने समलसर में 21 जून के सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से उनका पता लगाया। आखिरकार उनके बारे में सूचना मिली कि वह भकना कलां गांव में छिपे हुए हैं। प्रभारी पृथ्वीपाल सिंह ने कहा कि अब हम दीपक मुंडी का पीछा कर रहे हैं और उसके ठिकाने के बारे में हमारे पास पुख्ता सुराग हैं।