पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moosewala Murder Case) में शामिल दो मुख्य शूटरों समेत उनके मॉड्यूल हेड को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। इन सभी के पास बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामान बरामद हुआ है। इनकी गिरफ्तारी गुजरात के मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) के पास खारी मिट्ठी रोड, बरोई गांव से हुई है, जहां यह शूटर एक किराए के मकान में रुके हुए थे। इनके पास से तीन पिस्तौल, एक असॉल्ट राइफल, आठ ग्रेनेड और एक एके 47 सीरीज की राइफल का हिस्सा बरामद किया गया है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) की ओर से सूचना दी गई है कि जिन लोगों को अरेस्ट किया गया है, वह हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर हैं। साथ ही इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया गया है।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक शूटर प्रियव्रत उर्फ फौजी ही शूटरों को लीड कर रहा था। इसके अलावा, मॉड्यूल हेड प्रियव्रत (Priyavrat Alias Fauji) लगातार कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) के संपर्क में भी बना हुआ था। प्रियव्रत, हरियाणा के सोनीपत जिले के सिसाना गांव का रहने वाला है।

प्रियव्रत उर्फ ​​फौजी पर एक अन्य गैंगस्टर बिट्टू बरोणा के पिता की हत्या का आरोप है और उस पर 25,000 रुपये का इनाम भी रखा गया है। बता दें कि, 18 मार्च को 2021 को सोनीपत में हुए बिट्टू के कत्ल का इल्जाम भी फौजी पर है। वह हरियाणा के कई मामलों में वांछित (Wanted) है। फौजी हरियाणा का गैंगस्टर (Gangster) है और यह मूसेवाला हत्याकांड के मामले में फतेहाबाद पेट्रोल पंप पर लगे एक सीसीटीवी में कैद हुआ था।

वहीं, मूसेवाला हत्याकांड (Moosewala Murder Case) में गिरफ्तार हुए दूसरे शूटर का नाम कशिश उर्फ कुलदीप है, वह हरियाणा के झज्जर जिले के सज्यान पाना गांव का रहने वाला है। इसे भी घटना के पहले पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था। कशिश उर्फ कुलदीप (Kahish Alias Kuldeep) पर भी झज्जर में साल 2021 में हुई एक हत्या में वांछित है।

इस मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है जिसमें आरोपी की पहचान केशव कुमार (Keshav Kumar) के रूप में हुई है। केशव, पंजाब के भटिंडा जिले के आवा बस्ती का रहने वाला है। इसने मूसेवाला हत्याकांड (Moosewala Murder) में शूटरों को रसद और वाहन दिलाने में मदद की थी। केशव को पहले भी भटिंडा, पंजाब के एक हत्या के मामले में साल 2020 में गिरफ्तार किया गया था और वह कई जबरन वसूली (Extortion) के मामलों में शामिल होने का आरोप है।