क्लास रूम में लड़की को बार पीरियड (Menstrual) आया था। लड़की को देख उसकी टीचर ने उसे अपमानित करते हुए कहा ‘गंदी लड़की’…टीचर के द्वारा अपमानित होकर यह छात्रा पूरी तरह टूट गई और उसने उठा लिया एक आत्मघाती कदम। जानकारी के मुताबिक 14 साल की इस नाबालिग लड़की को पहली बार पीरियड आया था और स्कूल में उसके पास सेनेटरी (Sanitary Pad) पैड भी नहीं था। लड़की के कपड़े खराब हो गए थे जिसके बारे में जानने के बाद उसकी शिक्षिका ने उसे सबके सामने अपमानित किया था।
अपमानित महसूस कर रही इस छात्रा ने सुसाइड कर लिया और अब लड़की की मौत के बाद यहां इस मुद्दे को लेकर बहस छिड़ गई है। यह मामला केन्या का है और यहां की संसद की महिला सासंदों ने इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन भी किया है। मृतक छात्रा की मां ने बताया कि बीते शुक्रवार (13 सितंबर, 2019) को उनकी बेटी को पीरियड आया था और उसके कपड़े खराब हो गए थे।
इसके बाद उनकी बच्ची उन्हें मृत मिली। लड़की की मां ने आरोप लगाया है कि उसकी शिक्षिका ने उसे ‘गंदी लड़की’ कहा और क्लास रूम से सस्पेंड कर दिया। बता दें कि यह वाकया वेस्ट ऑफ नैरोबी के Kabiangek स्थित स्कूल में हुआ। लड़की की मां ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उनकी लड़की को पहली बार पीरियड आया था और उसके पास पैड मौजूद नहीं था।
आपको बता दें कि साल 2017 में केन्या की सरकार ने एक नियम बनाया था जिसके तहत गरीब स्कूली छात्राओं को मुफ्त में सेनेटरी पैड दिए जाने थे लेकिन इस खबर के सामने आने के बाद यहां हड़कंप मचा हुआ है। यहां की सांसद Esther Passaris ने ट्विटर पर लिखा कि ‘Kabiangek स्थित स्कूल के बाहर 200 से ज्यादा परिजनों ने प्रदर्शन किया है।
परिजन शिक्षिका की कृत्य और स्कूल प्रबंधन द्वारा इस पूरे मामले पर की गई कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। इधर रिजनल पुलिस चीफ ने इस पूरे मामले पर कहा है कि इस घटना की गहन तफ्तीश की जा रही है। पुलिस ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। केन्या के एक अखबार के मुताबिक स्कूल को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है।
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यहां आपको बता दें कि पूरे sub-Saharan Africa में Sanitary Products ना होने की वजह से कई लड़कियां पीरियड के दौरान स्कूल नहीं जाती हैं। दरअसल यह प्रोडक्ट यहां काफी महंगा मिलता है जिसकी वजह से कई लोग इसे खरीद पाने में नाकाम हैं। 2014 में यूनेस्को की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि यहां 10 में से 1 लड़की पीरियड के दौरान स्कूल नहीं जाती। साल 2017 में केन्या की सरकारी ने एक नियम बनाया जिसके तहत सभी स्कूली छात्राओं को 5 पैड मुफ्त में दिए जाते हैं लेकिन इसमें बड़े पैमाने पर धांधली की खबर भी यहां आती रहती है। (और…CRIME NEWS)

