एक लड़की की मौत हो गई तो उसके परिजनों ने उसे शमशान घाट ले जाकर उसे चिता पर लिटाकर उसमें आग लगा दी। शव को अग्नि देने के बाद यह परिवार घाट से चला गया। लेकिन करीब 2 घंटे बाद जब लड़की का भाई शवदाह गृह में अपनी बहन की जलती चिता को देखने पहुंचा तो उसने देखा कि चिता की आग बूझ चुकी थी, बहन की लाश ठीक से नहीं जली थी और उसकी लाश से मांस के कुछ टुकड़े चुरा लिये गये थे।
बहन की शव की ऐसी दुर्दशा देख उसका भाई आगबबूला हो गए और उसने शमशान घाट के पास रहने वाले एक तांत्रिक और उसके साथी की हत्या कर दी क्योंकि उसे शक हो गया था कि तंत्र-मंत्र करने के इरादे से इसी तांत्रिक ने उसकी बहन की चिता से मांस चुराए थे। पुलिस ने इस हत्याकांड के कुछ दिनों बाद मुखबिरों की सूचना और गंभीर जांच-पड़ताल के बाद इस दोहरे हत्याकांड का उद्भेदन किया।
दरअसल बीते 27 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में रहने वाले तांत्रिक राजेंद्र और उसके साथी नितेश की हत्या की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। पुलिस के लिए हत्या के आरोपियों तक पहुंचना काफी मुश्किल था। लेकिन इस मामले में पुलिस ने लगातार अपनी जांच जारी रखी और फिर अंकुश यादव तथा उसके साथी बंटी को डबल मर्डर केस में धर दबोचा। दोहरे हत्याकांड की वजह जान पुलिस भी हैरान रह गई।
खुलासा हुआ कि अंकुश की बहन की मौत अगस्त के महीने में हुई थी और परिवार वालों ने उसका अंतिम संस्कार शमशान घाट पर किया था। लेकिन अंतिम संस्कार के 2 घंटे बाद मृतक के परिजनों ने देखा कि लड़की की लाश से मांस के टुकड़े गायब थे और उसकी लाश ठीक से जली भी नहीं थी। इस बात को लेकर शमशान घाट के पास रहने वाले एक तांत्रिक राजेंद्र और उसके पार्टनर के साथ अंकुश और उसके पिता की जोरदार बहस हुई थी। राजेंद्र के बारे में बताया जा रहा है कि वो अक्सर शमशान घाट से लाशों को चुरा कर तंत्र-मंत्र और साधना किया करता था।
तांत्रिक राजेंद्र गिरी के साथ विवाद होने के बाद अंकुश ने उसकी हत्या की ठान ली। दिपावली के दिन अंकुश और उसके साथी ने जमकर शराब पी और राजेंद्र गिरी तथा उसके पार्टनर की हत्या कर दी। हत्या में एलपीजी सिलेंडर, फावड़ा, डंडा और चाकू जैसी चीजों का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने अपने मुखबिरी की सूचना पर इस हत्याकांड को उजागर किया। बहरहाल पुलिस अब मामले की जांच में जुटी हुई है। (और…CRIME NEWS)

