महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक प्राइवेट स्कूल की दो महिला शिक्षकों के खिलाफ कक्षा के दौरान स्टूडेंट को ‘स्टील’ के फुट्टे (रूलर) से मारने और सजा के तौर पर उन्हें मेज (Bench) पर खड़ा करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

10 बच्चों के हाथ पर रूलर से मारा, बेंच पर खड़ा रखा

पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना पांच जुलाई की है। उल्हासनगर के एक स्कूल के पांचवीं कक्षा के करीब 10 छात्रों ने माता-पिता शिक्षक संघ (PTA) को देने के लिए ‘फीस डिक्लरेशन फॉर्म’ और कुछ अन्य दस्तावेजों पर अपने अभिभावकों से हस्ताक्षर नहीं करवाए थे। अधिकारी के मुताबिक, इन दो शिक्षिकाओं में से एक ने इन 10 बच्चों के हाथ पर रूलर से मारा, जिससे उन्हें काफी चोटें आईं।

माता-पिता से फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं करवाने को लेकर बच्चों की पिटाई

इन पीड़ित बच्चों में से एक के ऑटो-रिक्शा चालक पिता ने बताया कि उनके बेटे और अन्य बच्चों को शिक्षिका ने कथित तौर पर पीटा, क्योंकि उन बच्चों ने अपने माता-पिता से फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं करवाए थे। छात्र के पिता ने बताया कि छात्रों को कथित तौर पर कक्षा पूरी होने तक मेज पर खड़े रहने के लिए भी कहा गया। उसके अनुसार, दूसरी शिक्षिका ने भी 12 वर्षीय छात्र को कथित तौर पर कक्षा पूरी होने तक हाथ ऊपर करके खड़े रहने को कहा। इस मामले में दर्ज प्राथमिकी में छात्र को सजा क्यों दी गई, उसका जिक्र नहीं है।

अभिभावकों की शिकायत के आधार पर शिक्षिकाओं के खिलाफ केस दर्ज

अधिकारी ने बताया कि अभिभावकों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को दोनों शिक्षिकाओं के खिलाफ किशोर न्याय (बालकों की देखभाल एवं संरक्षण) अधिनियम की धारा-75 (बालकों पर नियंत्रण रखते हए उनके साथ ऐसा व्यवहार करना, जिससे उन्हें अनावश्यक मानसिक व शारीरिक कष्ट हो) के तहत मामला दर्ज किया। उन्होंने कहा कि मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है और आगे की जांच जारी है।

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