King of Cocaine के नाम से मशहूर कोलंबियन तस्कर पाब्लो एस्कोबार (Pablo Escobar) की मौत भले ही दिसंबर 1993 में हो गई थी, लेकिन ड्रग तस्करी की दुनिया में ये शख्स जिस मुकाम पर पहुंचा, वहां आजतक इस दुनिया में कोई पहुंच नहीं पाया है। एक समय में दुनिया का ये सबसे खतरनाक अपराधी टॉप 10 अमीरों की सूची में शामिल था। उसके पास इतना पैसा था कि लाखों डॉलर हर साल चुहे कुतर जाते थे।
पाब्लो एमिलियो एस्कोबार गेविरिया, यही पूरा नाम था किंग ऑफ कोकीन का। पाब्लो एस्कोबार का जन्म 1 दिसंबर 1949 को कोलंबिया के रिओनेग्रो में हुआ था। परिवार में छह भाई बहन थे। एस्कोबार एक मामूली परिवार से आता था। उसके पिता एक किसान थे और मां एक स्कूली शिक्षिका थीं।
माना जाता है पाब्लो एस्कोबार (Pablo Escobar) मेडेलिन शहर में ही अपराध की दुनिया में आ गया था। कम उम्र का एस्कोबार ने अपने आपराधिक करियर की शुरुआत में कथित तौर पर ग्रेवस्टोन चुराकर, उन्हें स्थानीय तस्करों को बेच दिया करता था।
एस्कोबार ने 1970 के दशक की शुरुआत में कोकीन के व्यापार में उतरा। शुरूआती दौर में इसने अन्य दूसरे अपराधियों के साथ मिलकर मेडेलिन कार्टेल बनाया और कोकीन की तस्करी में उतर गया। इसने चैरिटी प्रोजेक्ट्स और सॉकर क्लबों को प्रायोजित करके लोकप्रियता अर्जित की, लेकिन बाद में, उसकी अपराधी गतिविधयों में जब लोगों की मौतें होने लगी तो उसके खिलाफ भी स्वर उठने लगे।
एस्कोबार ने कारों की भी चोरी की, और इसी अपराध के कारण 1974 में उसकी पहली गिरफ्तारी हुई। इसके तुरंत बाद जब वो जेल से निकला तो ड्रग्स तस्करी के धंधे में उतर गया। 1975 के शुरू पाब्लो ने अपने कोकीन ऑपरेशन को विकसित करना शुरू कर दिया। इसके लिए कई बार विमानों के जरिए स्मगलिंग की गई। मुख्य रूप से कोलंबिया और पनामा के बीच ये विमान उड़ते थे। इसी से अमेरिका में भी तस्करी की शुरूआत मेडेलिन कार्टेल ने कर दी थी। इसके बाद तस्करी के लिए पंद्रह बड़े हवाई जहाज खरीदे गए, जिनमें एक लियरजेट और छह हेलीकॉप्टर शामिल थे।
जल्द ही अमेरिका में कोकीन की मांग बहुत बढ़ गई, जिसके कारण एस्कोबार ने दक्षिण फ्लोरिडा, कैलिफोर्निया, प्यूर्टो रिको और देश के अन्य हिस्सों में तस्करी के अधिक शिपमेंट, मार्ग और वितरण नेटवर्क का सिस्टम डेवलप किया। एस्कोबार जल्द ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तस्करी के लिए प्रसिद्ध हो गया। मेडेलिन कार्टेल, अमेरिका, मैक्सिको, डोमिनिकन गणराज्य, वेनेजुएला और स्पेन में कोकीन तस्करी का काम बड़े पैमाने पर करने लगा।
अपनी तस्करी और पावर के चरम पर, मेडेलिन कार्टेल ने कोकीन के व्यापार पर अपना दबदबा बनाया। उस समय एक सप्ताह में अनुमानित $ 420 मिलियन की कमाई एस्कोबार कर रहा था। यही कारण था कि वो दुनिया के सबसे धनी लोगों में से एक बन गया।
माना जाता था कि उस दौर में पाब्लो एस्कोबार (Pablo Escobar) के पास $25 बिलियन की संपति थी। एस्कोबार अपनी आलीशान जिंदगी के लिए भी जाना जाता है। उसकी भव्य जीवन शैली में निजी विमान, आलीशान घर और हमेशा होनेवाली बड़ी-बड़ी पार्टियां शामिल थीं। उसके पास इतने पैसे थे कि उसने कोलंबिया सरकार का सारा कर्जा लगभग 10 बिलियन डॉलर चुकाने का ऑफर दे दिया था। बदले में वो चाहता था कि किसी भी प्रत्यर्पण संधि से उसे छूट दी जाए।
इसके अलावा, जब उसका परिवार 1992-93 में पुलिस से भागा फिर रहा था, तो एक ऐसी घटना घटी जिसने सभी को अचंभित करके रख दिया। एस्कोबार की बेटी को जब ठंड लगी, तो उसने बेटी को गर्म रखने के लिए लगभग 2 मिलियन डॉलर के बराबर के नोट ही जला दिए। उनके भाई के अनुसार, लगभग 10%, या 2.1 बिलियन डॉलर, सालाना बट्टे खाते में डाला जाता था। इसे या तो चूहे खा जाते थे या किसी और कारण से नष्ट हो जाता था, या खो जाता था।
एस्कोबार के पास कई महलों के आकार के घर थे, लेकिन उसकी सबसे भव्य संपत्ति 7,000 एकड़ की संपत्ति थी। जिसे बोगोटा और मेडेलिन के बीच स्थित हाशिंडा नेपोल्स के नाम से जाना जाता था। 63 मिलियन डॉलर की लागत से बने इस महल में, एक सॉकर मैदान, डायनासोर की आकृतियां, कृत्रिम झीलें, एक बुलफाइटिंग अखाड़ा, एक प्रतिद्वंद्वी कार्टेल द्वारा नष्ट किए गए एक क्लासिक कार संग्रह के जले हुए अवशेष, एक हवाई पट्टी, एक टेनिस कोर्ट और एक चिड़ियाघर शामिल था। मतलब इसे महल या घर नहीं बल्कि एक छोटा-मोटा देश भी कहा जा सकता है। यह अब एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है।
एस्कोबार के निजी चिड़ियाघर में हाथी, शुतुरमुर्ग, जेब्रा, ऊंट और जिराफ सहित लगभग 200 जानवर रहते थे। एस्कोबार के ड्रग प्लेन में कई जीवों की तस्करी की गई थी। 1993 में उसकी मृत्यु के बाद, अधिकांश जानवरों को चिड़ियाघरों में ट्रांसफर कर दिया गया था। हालांकि, चार दरियाई घोड़े छुट गए थे।
कोलंबियाई लोगों का समर्थन जीतने की उम्मीद में, एस्कोबार अपने समाजिक कार्यों के लिए जाना जाता था। जिसके कारण उसे “रॉबिन हुड” भी लोग कहते थे। उसने गरीबों के लिए अस्पताल, स्टेडियम और घर बनवाए थे। उसने स्थानीय फुटबॉल टीमों को भी प्रायोजित किया था। उसकी लोकप्रियकता और पावर का आलम ये था कि उसे 1982 में देश की कांग्रेस में एक वैकल्पिक सीट के लिए चुना गया था। हालांकि इसके दो साल बाद, उसकी आपराधिक गतिविधियों उजागर होने के बाद इस पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। बाद में इसके अपराधों को सामने लाने वाले न्याय मंत्री की हत्या कर दी गई थी।
पाब्लो एस्कोबार (Pablo Escobar) पर कई पुलिस अधिकारियों और सरकारी अधिकारियों सहित लगभग 4,000 लोगों को मार डाले का आरोप था। 1989 में कार्टेल को एक विमान पर बम विस्फोट करने के लिए दोषी ठहराया गया था, जो एक कथित मुखबिर ले जा रहा था। इसमें करीब 100 लोगों की मौत हो गई थी।
1991 में एस्कोबार ने खुद को कानून के हवाले करने की पेशकश की थी। शर्त थी कि उसे अपनी जेल बनाने की अनुमति दी जाए। आश्चर्यजनक रूप से कोलम्बियाई अधिकारी इससे सहमत हो गए। नतीजा तैयार हो गया था शानदार ला कैडेट्रल था। नाम का जेल लेकिन सुविधाएं महलों जैसी। एक नाइट क्लब, एक, एक झरना और सॉकर मैदान शामिल भी इस जेल में मौजूद था। इसमें टेलीफोन, कंप्यूटर और फैक्स मशीनें भी थीं। हालांकि, एस्कोबार द्वारा ला केट्रेडल में कार्टेल के दो सदस्यों को प्रताड़ित करने और मारने के बाद, अधिकारियों ने उसे दूसरे जेल में शिफ्ट करने का फैसला किया। इससे पहले कि उसका ट्रांसफर होता, जुलाई 1992 में एस्कोबार फरार हो गया।
उसके भागने के बाद, कोलंबियाई सरकार की काफी आलोचना हुई। अब कोलंबिया ने एस्कोबार को पकड़ने की ठान ली थी। इसके लिए अमेरिकी अधिकारियों और प्रतिद्वंद्वी ड्रग तस्करों की सहायता ली गई और एक बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया। 2 दिसंबर 1993 को, एस्कोबार ने केक, वाइन और मारिजुआना का आनंद लेते हुए अपना 44वां जन्मदिन मनाया।
अगले दिन, मेडेलिन में उसके ठिकाने की खोज पुलिस द्वारा कर ली गई। कोलंबियाई सेना ने जब इमारत पर धावा बोला तो एस्कोबार और उसका एक बॉडीगार्ड छत पर से भागने में कामयाब रहा। फोर्स ने पीछा किया और जबरदस्त गोलीबारी हुई। इसी गोलीबारी में एस्कोबार मारा गया। हालांकि, कुछ लोगों ने का कहना है कि एस्कोबार ने अपनी जान ले ली। क्योंकि इसे गिरफ्तार होने पर अमेरिका में संभावित प्रत्यर्पण का सामना करना पड़ा था। पाब्लो एस्कोबार (Pablo Escobar) ने एक बार कहा था कि वह “अमेरिका में जेल की कोठरी के बजाय कोलंबिया में कब्र रखना पसंद करेगा”। और ऐसा ही हुआ। अमेरिका एस्कोबार को जिंदा नहीं ही पकड़ पाया।