उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस एक बार फिर से अपनी कारगुजारियों के चलते चर्चा में है। इस बार कानपुर पुलिस ने अपनी कार्यशैली से पूरे पुलिस विभाग को दागदार बना दिया। मामला कानपुर देहात से जुड़ा है, जहां पुलिस ने एक उम्रकैद की सजा काट रहे शख्स को बाइक चोरी में आरोपी बना दिया और दूसरी तरफ लंबे समय से फरार चल रहे और 25 हजार के इनामी बदमाश का बयान भी दर्ज कर लिया।

जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला फतेहपुर के इब्राहिमपुर-कल्यानपुर इलाके के रहने वाले जय सिंह द्वारा दर्ज कराई गई बाइक चोरी की रिपोर्ट से जुड़ा है। इस मामले में पुलिस ने आफताब और अकबरपुर थाना क्षेत्र के निवासी शमीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। मामला चर्चा में इसलिए आ गया क्योंकि अकबरपुर थाने के दारोगा राजेश यादव ने अपनी विवेचना में जिन बातों का जिक्र किया, उसी में झोल निकलकर सामने आ रहा है।

अकबरपुर थाने के दारोगा राजेश यादव ने अपनी विवेचना में बताया कि वह वाहन चोरी के दर्ज मुकदमें के संबंध में आरोपी आफताब के घर गए थे और उन्होंने बयान भी दर्ज किया था। जबकि असलियत यह है कि आफताब उन्नाव जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। वही, इसी मामले में दूसरे आरोपी शमीम के बारे दारोगा ने लिखा कि उन्होंने आरोपी को थाने में बुलाकर बयान दर्ज करवाया, लेकिन असल में शमीम काफी समय से फरार चल रहा है।

थाने के अपराधियों की हिट लिस्ट में शामिल शमीम पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया हुआ है। शमीम पर संगीन जुर्मों के करीब 20 मुकदमें दर्ज हैं। इस मामले में बात यहीं ख़त्म नहीं हुई, हद तो तब हो गई जब दारोगा राजेश यादव की विवेचना पर अकबरपुर थाने के कोतवाल विनोद पांडे ने भी अपनी सहमति देकर मुहर लगा दी। विवेचना में इन सभी बातों का खुलासा होने पर कानपुर पुलिस सवालों के घेरे में है।

इस पूरे मामले में अकबरपुर क्षेत्राधिकारी प्रभात कुमार ने बताया कि, यह मामला उनके संज्ञान में आया है। इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारी से जांच कराई जा रही है। इस मामले में जांच अधिकारी द्वारा रिपोर्ट सौंपें जाने के बाद जो भी तथ्य सामने निकल कर आएंगे, उस पर विधि पूर्वक कार्रवाई की जाएगी।