Jewer Rape Case: 2 साल पहले जिस इलाके में इस कुख्यात ने एक भयानक कांड को अंजाम दिया था उसे पुलिस ने उसी इलाके से पकड़ा है। साल 2017 के चर्चित जेवर रेप और हत्याकांड के आऱोपी मोनू बावरिया को नोएडा एसटीफ ने बीते सोमवार (01 जुलाई, 2019) को जेवर इलाके से ही पकड़ा है। सबसे पहले आपको बता दें कि मोनू बावरिया राजस्थान के अलवर जिले का रहने वाला है। पुलिस ने बावरिया के पास से मोटरसाइकिल, तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है।

यह है आरोप: मोनू बावरिया पर आरोप है कि साल 2017 में उसने जेवर थाना क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेस-वे के पास संगीन जुर्म को अंजाम दिया। आरोप के मुताबिक मोनू और उसके गैंग के सदस्यों ने एक परिवार की गाड़ी को पहले पंक्चर किया और फिर जैसे ही उनकी गाड़ी रुकी तो इन लोगों ने परिवार के लोगों के साथ लूटपाट की। इतना ही नहीं मोनू ने परिवार के एक सदस्य की गोली मारकर हत्या कर दी और कार में सवार 4 महिलाओं के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म भी किया। इसके अलावा भी मोनू कुछ अन्य कांडों में वांटेड था। पुलिस ने इस कुख्यात पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था। पुलिस को अब उम्मीद है कि मोनू के पकड़े जाने के बाद जेवर कांड से पूरी तरह पर्दा उठ सकेगा।

क्या है जेवर कांड? जेवर-बुलंदशहर रोड पर साबौता के पास लूटपाट के बाद 4 महिलाओं से गैंगरेप किया गया था। विरोध करने पर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। पीड़ित परिवार के 8 सदस्य अपनी गाड़ी से बुलंदशहर जा रहे थे। इस मामले में पुलिस अब तक 100 संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है। लेकिन पीड़ित परिवार वालों का कहना है कि अंधेरा ज्यादा होने की वजह से उन्हें अपराधियों का चेहरा ठीक-ठीक याद नहीं। पुलिस को जांच में मोनू बावरिया के बारे में पता चला था।

इस मामले में पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में रेप की घटना से इनकार किया था। हालांकि इसपर पीड़ितों ने आपत्ति दर्ज भी करवाई थी। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने सर्विलांस का सहारा भी लिया था। लेकिन पुलिस को कुछ खास सफलता इसलिए हाथ नहीं लगी क्योंकि अपराध के वक्त अपराधियों ने अपना मोबाइल बंद रखा था और पीड़ित परिवार से भी सभी मोबाइल ले लिए थे। बहरहाल इस मामले में पुलिस की जांच जारी है और अभी कई राज खुलने बाकी भी हैं। (और…CRIME NEWS)