उत्तर प्रदेश के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से सुबह के वक्त सरस्वती वंदना की बजाए इस्लाम की प्रार्थना कराए जाने का मामला उजागर हुआ है। पीलीभीत के सरकारी माध्यमिक स्कूल से इस मामले के उजागर होने के बाद यहां हड़कंप मच गया है। गंभीर बात यह है कि स्कूल में मदरसे की प्रार्थना करवाने का आरोप स्कूल के ही प्रिंसिपल पर लगा है। आरोप है कि प्रिंसिपल फुरकान अली ने छात्रों से जबरन यह प्रार्थना करवाई है।
हालांकि फुरकान अली ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार कर दिया है। फुरकान अली ने कहा कि ‘उनके स्कूल में सरस्वती वंदना भी करवाई जाती है…चूंकि उनके स्कूल में 90 फीसदी बच्चे मुस्लिम समुदाय से आते हैं इसलिए उनके आग्रह पर इस्लाम वाली प्रार्थना भी करवाई जाती थी।’
इधर स्कूल में इस्लाम की प्रार्थना को लेकर विश्व हिंदू परिषद् और दूसरे कुछ अन्य हिंदू संगठनों ने एतराज जताते हुए जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव को ज्ञापन देकर प्रधानाध्यापक पर तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की है। हिंदू सगंठनों का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में धर्म विशेष की प्रार्थना कराई जा रही है..जिसपर कार्रवाई होना बेहद जरुरी है।
इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के डीएम ने फिलहाल स्कूल के प्रिंसिपल फुरकान अली को निलंबित कर दिया है। इस मामले में जांच के आदेश भी दिए गए हैं। स्कूल में धर्म विशेष की प्रार्थना को लेकर अभी बच्चों या उनके माता-पिता की तरफ से कुछ भी नहीं कहा गया है।
स्कूल में मदरसे वाली प्रार्थना को लेकर हिंदू सगंठनों का यह भी कहना है कि इस मामले में जब खंड शिक्षा अधिकारी ने प्रिंसिपल से बातचीत की तो उन्होंने यह कह कर टाल दिया कि इस से बच्चों को कोई आपत्ति नहीं है। बहरहाल अब इस मामले में प्रशासन की जांच चल रही है और प्रिंसिपल स्कूल से सस्पेंड हैं। (और…CRIME NEWS)