Singapore Crime News: सिंगापुर में भारतीय मूल की 58 वर्षीय एक महिला को एक सरकारी अधिकारी पर हमला करने के मामले में कारावास की सजा सुनाई गई है। जानकारी के मुताबिक दोषी महिला का बेटा देश में युवकों के लिए अनिवार्य राष्ट्रीय सेवा (National Service) के लिए उपस्थित नहीं हुआ था, जिसके कारण सरकारी अधिकारी उनके घर पूछताछ के लिए गया था।
घर आए सेंट्रल मैनपावर बेस के भर्ती निरीक्षक पर महिला ने किया हमला
सिंगापुर की कोर्ट में के. शांति कृष्णासामी नाम की भारतीय मूल की महिला को सरकारी कर्मचारी को जानबूझकर चोट पहुंचाने और उस पर आपराधिक बल का इस्तेमाल करने के मामले में दोषी ठहराया गया। महिला ने उसके पुत्र के राष्ट्रीय सेवा (NS) के लिए नहीं उपस्थित नहीं होने पर उनके घर आए सेंट्रल मैनपावर बेस (CMPB) के भर्ती निरीक्षक पर हमला कर दिया था। भारतीय मूल की महिला को शुक्रवार को 18 सप्ताह जेल की सजा सुनाई गई।
अदालत में सजा सुनाते वक्त जज को भी महिला ने कई बार टोका और रोका
‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, जब जिला जज क्रिस्टोफर गोह सजा का कारण बता रहे थे तो कृष्णासामी ने कई बार उन्हें बाधा पहुंचाने की कोशिश की, जिसके कारण जज को कई मौकों पर अपनी आवाज ऊंची करनी पड़ी। जज गोह ने कृष्णासामी के लगातार आक्रामक व्यवहार का भी जिक्र किया, जो कैमरा फुटेज से साफ नजर भी आ रहा है।
शांति कृष्णासामी ने अपनी सजा के खिलाफ की ऊंची अदालत में अपील
अदालतों के रिकॉर्ड के अनुसार, के. शांति कृष्णासामी ने अपनी सजा के खिलाफ ऊंची अदालत में अपील की है। उप सरकारी अभियोजक कॉलिन एनजी ने बताया कि कृष्णासामी का बेटा कविंसारंग शिन 23 अप्रैल, 2021 की सुबह पुलाऊ (द्वीप) टेकोंग में ‘बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग सेंटर’ में भर्ती के लिए नहीं पहुंचा था। इसके बाद ही सरकारी अधिकारी को जांच के लिए उनके घर जाना पड़ा था।