मुजफ्फरनगर में एक व्यक्ति ने अपनी 25 वर्षीय पत्नी से तीन तलाक कहकर रिश्ता तोड़ लिया था और तीन महीने बाद उसका एक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद महिला ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने रविवार को बताया कि यह घटना भोपा पुलिस थाने के तहत किशनपुर गांव में शनिवार को घटी।

थाना प्रभारी दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि आरोपी और महिला का चार साल पहले विवाह हुआ था और उनका 18 माह का एक बेटा है। उन्होंने बताया कि आरोपी ने करीब तीन महीने पहले तीन तलाक कहकर अपनी पत्नी से रिश्ता तोड़ लिया था, जिसके बाद महिला अपने बच्चे के साथ किशनपुर गांव में अपने माता-पिता के पास रहने चली गई थी।

इस मामले में 18 अगस्त को दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, महिला ने अपने पति पर तीन तलाक देने और बेटे को उसके पास से जबरन ले जाने का आरोप लगाया। चतुर्वेदी ने बताया कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी कि तभी कथित रूप से आरोपी ने महिला का एक अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद महिला ने जहरीले पदार्थ का सेवन करके आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

तीन तलाक से मुक्ति लेकिन बढ़ गई परेशानी: ट्रिपल तलाक कानून को लागू हुए दो साल से ज्यादा हो चुके हैं। बीते 1 अगस्त को इस कानून के दो साल पूरे होने पर केंद्र सरकार ने ‘मुस्लिम महिला अधिकार दिवस’मनाया था। ट्रिपल तलाक कानून लागू होने से भले ही मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति मिली हो लेकिन कई मुस्लिम महिलाओं की परेशानी बढ़ गई है। कई मुस्लिम महिलाओं के पति उन्हें बिना तलाक दिए हुए ही उन्हें छोड़ कर जा रहे हैं जिसकी वजह से उन महिलाओं को अकेले जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार हैदराबाद के जकीरा(काल्पनिक) नाम की एक महिला की शादी सिर्फ 18 दिनों तक ही चल सकी। 18 दिनों के बाद जब जकीरा के पति को हत्या के एक मुक़दमे में जेल भेजा गया तो उसे उसके अपने माता पिता के यहां भेज दिया गया। बाद में जकीरा के परिवार वालों ने ही पैसे जुटाकर उसके की जमानत करवाई। लेकिन बाद में उसके पति ने बिना तलाक दिए ही दूसरे महिला से शादी कर ली।

तीन तलाक कानून के अस्तित्व में आने के बाद दर्जनों ऐसे मामले सामने आए हैं जहां मुस्लिम व्यक्ति ने अपनी पत्नी को बिना तलाक दिए हुए ही छोड़ दिया। इस तरह के बढ़ते मामलों पर मुस्लिम महिलाओं के लिए काम करने वाली एक संस्था की अधिकारी कहती हैं जब हम इन मामलों में पुरुषों को सलाह देने की कोशिश करते हैं तो वे साफ़ कहते हैं कि हम किसी भी कीमत पर तलाक फाइल नहीं करेंगे।