जब किसी के सिर पर बदला लेने का जुनून सवार हो जाए तो इस जुनून में वो इंसान क्रूरता की हदें पार कर देता है। आज हम आपको एक ऐसे ही इंसान के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने बेहद ही वीभत्स तरीके से एक हत्याकांड को अंजाम दिया। इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। 10 मार्च, 2019 को मुंबई पुलिस को मातुंगा रेलवे स्टेशन के पास से एक लाश मिली। खून से सनी इसी लाश को शुरू में पहचानने में पुलिस को थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन जल्दी ही पुलिस ने इस शव की शिनाख्त कर ली। यह शव था 36 साल के हिस्ट्री शीटर अनिल शेलर का। रेलवे स्टेशन के नजदीक बिजली विभाग के केबिन के पास हिस्ट्री शीटर की खून में सनी लाश को देखकर एक बार तो पुलिस भी चौंक गई। हत्यारे ने अनिल शेलर के प्राइवेट पार्ट के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे। अब पुलिस के सामने कई सवाल थे। मसलन – एक हिस्ट्री शीटर की इतनी वीभत्स तरीके से हत्या किसने की है? क्या अनिल शेलर की मौत किसी रंजिश का परिणाम है या फिर किसी गैंगवार में उसकी मौत हुई है?
इस केस को सुलझाने के लिए शिद्दत से जांच में जुटी पुलिस ने शव मिलने के ठीक तीन दिन बाद दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया। खुलासा हुआ कि हिस्ट्री शीटर अनिल शेलर की हत्या अवैध संबंधों के चलते हुई है। अनिल शेलर का अपने एक दोस्त की बीवी से अवैध संबंध था। उसका यह दोस्त भी एक हिस्ट्रीशीटर था। उसका यह दोस्त एक फ्रॉड केस में गिरफ्तार हुआ था और जनवरी के महीने में ही जेल से छूट कर बाहर आया था। अनिल शेलर के इस साथी का नाम दयाराम सोलंकी उर्फ महेंद्र बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक 35 साल के दयाराम सोलंकी ने अनिल शेलर को कई बार चेतावनी दी थी कि वो उसकी पत्नी से दूर रहे। जांच अधिकारियों के मुताबिक सोलंकी ने ही शेलर की हत्या की है।
इस काम में सोलंकी ने 27 साल के गोलू वाघेला उर्फ गणेश की मदद ली थी। गोलू ने शेलर को पहले से तय जगह पर बुलाया था। यहां अनिल शेलर और सोलंकी के बीच काफी विवाद हुआ। इस बीच सोलंकी ने एक रॉड से शेलर के सिर पर जोरदार हमला किया। चोट लगने की वजह से अनिल शेलर वहीं ढेर हो गया। इसके बाद आरोपी ने शेलर के प्राइवेट पार्ट के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। (और…CRIME NEWS)

