ग्रेपलिंग नाम का एक खेल युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। आपको बता दें कि ग्रेपलिंग मूल रूप से जूडो, कुश्ती और ताइक्वांडो से मिलता-जुलता खेल है। इसमें 2 खिलाड़ियों के बीच मुकाबला होता है। इसमें भी दो खिलाड़ी गद्दों पर ठीक उसी तरह लड़ते हैं जिस तरह से कुश्ती या जूडो के खिलाड़ी। लेकिन आज हम आपको इस खेल के बारे में नहीं बल्कि इस खेल के एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं जिसने अंतरराष्ट्रीय तौर पर इस खेल में अपनी पहचान बनाई लेकिन यह स्पोर्ट्समैन आगे जाकर गैंगस्टर बन गया।
हरियाणा के जींद जिले में एक जगह है रामरा। रामरा का रहने वाले जतिन उर्फ डेविड ने इस खेल में बड़े-बड़े धुरंधरों को धूल चटाया था। साल 2015-16 में इस खिलाड़ी ने ग्रेपलिंग स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था। यह गोल्ड मेडल उसने नेपाल में जाकर जीता था और फिर इस खेल में जतिन एक बड़ा नाम बन गया था। लेकिन वक्त के साथ जब इस गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी की चमक फीकी पड़ने लगी तब उसने शोहरत और पैसा कमाने के लिए जरायम की दुनिया को चुना।
जरायम की दुनिया में आने के बाद जतिन छोटे-मोटे अपराध करने लगे। कहा जाता है कि शुरुआती दिनों में जतिन उत्तर प्रदेश से कट्टा लाता था और इसी कट्टे के दम पर छोटी-मोटी घटनाओं को अंजाम दिया करता था। तीन अलग-अलग आपराधिक मामलों में जतिन को जेल हो गई और जेल में जाने के बाद जतिन उर्फ डेविड और भी खतरनाक हो गया। जतिन ने जेल के अंदर ही एक गैंग बना लिया। इस गैंग में उसने रोहतक के एक ट्रांसपोर्टर के अलावा 2 अन्य बदमाशों को मिला लिया।
महज 4 लोगों के इस गैंग ने पानीपत, सोनीपत और रोहतक में तीन महीने में लूट, लूट के प्रयास और जानलेवा हमले की नौ वारदातों को अंजाम दे दिया था। साल 2019 के मई के महीने में पानीपत में पुलिस ने इस गैंग के जब सभी चारों सदस्यों को पकड़ा था तब कई बातों का खुलासा हुआ था। पता चला था कि उसके गैंग में रोहतक के बलंबा गांव का ट्रांसपोर्टर दीपक उर्फ गोपी, अभिषेक उर्फ अभि और विकास उर्फ विक्की शामिल थे।
पुलिस ने उस वक्त बताया था कि जतिन उर्फ डेविड ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर दिसंबर 2018 में हिसार के मिर्चपुर में एसआर कंपनी के पेट्रोल पंप पर लूट की थी। जतिन, फरवरी 2019 में जमानत पर जेल से बाहर आया था। वह कुछ महीने पहले जींद में दो कट्टों के साथ पकड़ा गया था। इस मामले में भी वह जमानत पर था।
वहीं, आरोपित विकास उर्फ विक्की ने करीब 5 साल पहले जींद के लिजवाणा गांव में शराब के ठेके पर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। वह जनवरी 2015 से जमानत पर था। इन पर हत्या व लूट के प्रयास की छह मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक यह गैंग इसके अलावा भी कई अन्य वारदातों में शामिल रहा।