गुरुग्राम में एक व्यापारी को ऑनलाइन बैकिंग से छेड़छाड़ कर धोखेबाजों ने 17.6 लाख रुपए का चूना लगाया है। व्यापारी अचानक अपने खाते में 17.6 लाख रुपए का हेरफेर देखता है। जिसके बाद उसके कान खड़े हो जाते है। जब व्यापारी इस ट्रांजेक्शन की जांच करता है और उसे पता चलता है कि उसके साथ धोखा हुआ है तो उसके होश उड़ जाते है। यह घटना 3 सितंबर की है।
कंपनी का चालू खाता था: पीड़ित व्यापारी का नाम मिहिर पटेल है, जो गुरुग्राम के सेक्टर- 14 में एक कार का शोरूम पटेल कार प्रा. लि. के नाम से चलाते हैं। पटेल कंपनी के नाम पर एक प्राइवेट बैक में चालू खाता है और उस खाते के सारे ट्रांजेक्शन नेटबैंकिंग द्वारा होते हैं। पटेल ने बताया कि मैं और मेरे पिता इस कंपनी के डायरेक्टर हैं और केवल हम दोनों ही पैसे का लेन-देन इस खाते से करते हैं।
अंकुर साहू के खाते में ट्रांसफर हुई रकम: मिहिर के मुताबिक, मैंने 4 सितंबर को नोटिस किया कि 17.6 लाख रुपए अंकुर साहू नाम के किसी शख्स के खाते में एक दिन पहले रकम ट्रांसफर हुई। मिहिर ने कहा कि जब इसके बारे में अपने पिता से पूछा तो उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उसके बाद हम 5 सितंबर को पुलिस के पास गए और जांच पड़ताल के बाद शुक्रवार को पुलिस के साइबर सेल थाने में मामला दर्ज कराया। यह मामला आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और धारा 66 डी (कंप्यूटर संसाधन का उपयोग करके धोखा) के तहत दर्ज किया गया।
पुलिस ने शुरू की जांच: पुलिस अभी तक इस बात से इनकार नहीं कर रही है कि किसी अंदर के आदमी का ही काम है। पुलिस ने कहा कि जिस कंपनी के खाते से ट्रांजेक्शन हुआ है। वह बहुत ही सुरक्षित है उससे बिना किसी के परमिशन के रुपए नहीं निकाले जा सकते और न ही ट्रांसफर किए जा सकते हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस बैंक खाते में रुपया ट्रांसफर किया गया था। हम उस बैंक खाते का रिकॉर्ड निकाल कर जांच कर रहे है। गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता सुबाष बोकेन ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है।