गुजरात के कच्छ में एक बार फिर से भारी मात्रा में हेरोइन बरामद हुई है। यह हेरोइन गांधीधाम क्षेत्र के पास मौजूद कंटेनर फ्रेट स्टेशन में रखे गए कंटेनर्स से मिली है। बताया जा रहा है कि यह कंटेनर बीते 8 महीनों से वहीं रखे हुए थे और अभी तक 300 किलो हेरोइन की जब्ती की जा चुकी है। इसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 2100 करोड़ के करीब बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) और गुजरात आतंकवाद निरोधी दल (एटीएस) की टीम ने कच्छ के गांधीधाम के पास स्थित कंटेनर फ्रेट स्टेशन में कार्रवाई की है। अधिकारियों ने बताया कि हेरोइन को कंटेनर्स में ईरान से आयात किया गया था। उन्होंने बताया कि स्टेशन में रखे अन्य 17 कंटेनर्स की भी जांच की जा रही है। जिनमें नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की भी मदद ली जा रही है। ऐसे में जब्ती का आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों के मुताबिक, अभी तक जांच में सामने आया है कि यह कंटेनर सितंबर, 2020 में ईरान से आए थे। साथ ही बताया गया था कि यह जिप्सम पाउडर है। एजेंसियों का मानना है कि इस खेप को उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों में भेजा जाना था। कंटेनर फ्रेट स्टेशन में रखे गए कंटेनर्स के आयातकर्ता का नाम बालाजी ट्रेडर्स बताया जा रहा है।
पोर्ट से हेरोइन की जब्ती के बारे में अधिकारियों का मानना है कि जब इस मामले में जांच पूरी हो जाएगी, तभी पूरा आंकड़ा सामने आ पाएगा। स्टेशन में रखे इन कंटेनर्स की गहनता से जांच-पड़ताल की जा रही है। कार्रवाई पूरी होने पर उचित कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, अब इस मामले में सवाल उठ रहा है कि आखिर यह कंटेनर्स पिछले आठ महीनों से यहां क्यों रखे गए थे? और किसी ने इतनी भारी मात्रा का नशीला पदार्थ ऐसे ही क्यों छोड़ दिया।
इस पूरे मामले पर दीन दयाल पोर्ट के प्रवक्ता का कहना है कि बरामदगी बंदरगाह परिसर से करीब 15 दूर स्थित कंटेनर फ्रेट स्टेशन (सीएफएस) से हुई है। बता दें कि, इस पहले भी राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने मुंद्रा पोर्ट पर कार्रवाई की थी। उस समय लगभग तीन हजार किलो हेरोइन जब्त की थी। जिसकी कीमत 21,000 करोड़ रुपए की बताई गई थी। इसमें भी बताया गया कि कंटेनर में जिप्सम है।