Written by Manish Sahu
Gorakhpur Crime News: वीजा नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गोरखपुर में एक फ्रांसीसी नागरिक की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद एक होटल के मालिक और मैनेजर के खिलाफ स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को उनकी प्रॉपर्टी यानी होटल में फ्रांसीसी नागरिक के रहने के बारे में पुलिस को जानकारी नहीं दिए जाने का मामला दर्ज किया गया।
झारखंड के धनबाद जाने के लिए बिजनेस वीजा पर भारत आया था फ्रांसीसी नागरिक हेनाल्ड
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि लगभग 30 वर्ष का फ्रांसीसी नागरिक हेनाल्ड वैलेन्टिन जीन रोजर झारखंड के धनबाद जाने के लिए बिजनेस वीजा पर भारत आया था। रामगढ़ स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) संजय सिंह ने कहा कि पुलिस की स्थानीय खुफिया इकाई ने होटल के मालिक अरुण कुमार शुक्ला और प्रबंधक गणेश शंकर तिवारी के खिलाफ विदेशी अधिनियम की धारा 7 और 14 के तहत मामला दर्ज किया है।
गोरखपुर में मंडलायुक्त कार्यालय में तोड़फोड़ के मामले में हेनाल्ड की भूमिका की जांच
राज्य में भूमिहीन दलित परिवारों के लिए 1 एकड़ जमीन की मांग को लेकर 10 अक्टूबर को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान गोरखपुर में मंडलायुक्त कार्यालय में तोड़फोड़ के मामले में पुलिस पहले से ही हेनाल्ड की भूमिका की जांच कर रही है। पता चला है कि उसे उसी दिन प्रदर्शन स्थल के पास से गिरफ्तार कर लिया गया था। पूर्व आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी सहित छह कार्यकर्ताओं को विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में 13 लोगों के खिलाफ नाम और 15 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
होटल के पास नहीं थी विदेशी नागरिक को ठहराने की अनुमति, 6 अक्टूबर से ठहरा था हेनाल्ड
फ्रांसीसी नागरिक के खिलाफ 11 अक्टूबर को उसी पुलिस स्टेशन में विदेशी अधिनियम की धारा 14-बी के तहत वीजा मानदंडों के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने कहा कि वह 6 अक्टूबर से होटल में रह रहा था। गोरखपुर के सहायक पुलिस अधीक्षक मानुष पारीक ने कहा, “यह पाया गया कि होटल ने विदेशी नागरिक के ठहरने के बारे में स्थानीय पुलिस स्टेशन और स्थानीय खुफिया इकाई को सूचित नहीं किया, जबकि यह अनिवार्य है। हमने यह भी पाया कि उनके पास किसी विदेशी नागरिक को ठहराने की अनुमति नहीं थी।”
होटल प्रबंधन ने अपने आधिकारिक रिकॉर्ड में हेनाल्ड के नाम का जिक्र तक नहीं किया था
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सत्यापन के दौरान स्थानीय खुफिया इकाई ने पाया कि होटल प्रबंधन ने अपने आधिकारिक रिकॉर्ड में हेनाल्ड के नाम का जिक्र तक नहीं किया है। अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने एक “नोटबुक” तैयार की, जिसमें उसके वीजा और पासपोर्ट की फोटोकॉपी संलग्न थी। इसमें फ्रांसीसी नागरिक के प्रवास का जिक्र था। 11 अक्टूबर को इंटेलिजेंस यूनिट ने होटल को नोटिस जारी कर तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा कि फ्रांसीसी नागरिक के बारे में जानकारी साझा क्यों नहीं की गई।