गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। सुक्खा को अज्ञात बदमाशों ने उसके घर में गोली मार दी। घटना गुरुवार सुबह हुई। रिपोर्ट के अनुसार, सुक्खा 2017 में पंजाब से फर्जी दस्तावेज पर कनाडा भाग गया था। पंजाब क्षेत्र और आसपास के कम से कम 29 गैंगस्टर हैं जो कानून से बचने के लिए भारत के बाहर शरण ले रहे हैं। सुक्खा पंजाब के मोगा का रहने वाला था। सुक्खा पर पिछले साल जालंधर में एक मैच के दौरान कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नंगल की हत्या में शामिल होने का आरोप लगा था।
पिता की मौत के बाद अनुकंपा के तहत मिली नौकरी
रिपोर्ट के अनुसार, 1990 में पिता की मौत के बाद सुक्खा को अनुकंपा के आधार पर मोगा के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) कार्यालय में चपरासी की नौकरी मिल गई थी। उसने 8 से 10 सालों तक यह नौकरी की। हालांकि इस बीच उसे शराब की लत लग गई।
कनाडा में रहती हैं मां और बहन
मोंगा के एसएसपी के अनुसार, सुक्खा काफी कनाडा में रहता था। उसके परिवार के बाकी लोग भी बाहर ही रहते हैं। सुक्खा की मां और बहन भी कनाडा में रह रही हैं। पुलिस रिकॉर्ड के हिसाब से सुक्खा के खिलाफ 23 मामले दर्ज हैं। सुक्खा अर्श डाला का करीबी माना जाता है। यह वसूली, हत्या और अन्य वारदातों में शामिल था। इतना ही नहीं सुक्खा खालिस्तानी गतिविधियों में सक्रिय था। इन्हीं मामलों को लेकर सुक्खा का नाम एनआईए (NIA) की वांटेड सूची में शामिल था। पुलिस, सुक्खा के रिश्तेदारों से भी बात कर रही है। सुक्खा के बारे में पुलिस और जानकारी निकाल रही है।
आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला का राइट हैंड था सुक्खा
दरअसल, आरोपी सुक्खा खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला का राइट हैंड था। वह टारगेट किलिंग के लिए जाना जाता था। उसका नाम एनआईए की वॉटेंड लिस्ट में भी शामिल था। खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करते हुए एनआईए ने बुधवार को अर्श डल्ला गैंग पर 10 लाख का इनाम रखा था। NIA ने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा और लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा सहित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के पांच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को नकद इनाम देने की घोषणा की थी।