यह गैंगस्टर इतना बेखौफ था कि एक बार इसने थाने में ही एके-47 से फायरिंग की थी और फरार हो गया था। पुलिस ने इस गैंगस्टर को इसी साल पकड़ा है। हम बात कर रहे हैं कभी राजस्थान और हरियाणा में आतंक का दूसरा नाम रहे पपला गुर्जर की। पपला गुर्जर के आतंक की दुनिया में आने की कहानी बॉलीवुड की किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। पपला गुर्जर मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के खरौली गांव का रहने वEला है। पपला गुर्जर के पिता का नाम मनोहर लाल गुर्जर है। पपला गुर्जर जिस इलाके से ताल्लुक रखता था उसकी सीमा राजस्थान से मिलती है।

खरौली गांव के कई युवक भारतीय सेना में भी भर्ती हुए। इन्हीं युवकों की तरह पपला गुर्जर का सपना भी फौजी बनने का था। बताया जाता है कि 12वीं क्लास की परीक्षा पास करने के बाद पपला गुर्जर इसकी तैयारी में भी जुट गया था। बताया जाता है कि गांव के ही एक शादीशुदा शख्स संदीप का एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। संदीप फौजी था। गांव की पंचायत ने संदीप को इस लड़की से मिलने के लिए मना किया था। लेकिन जब संदीप ने दोबारा इस लड़की से मिलने की कोशिश की तब पपला ने संदीप की पिटाई कर दी थी।

संदीप की पिटाई पपला और शक्ति सिंह नाम के एक अन्य शख्स ने मिलकर की थी। शक्ति सिंह वहीं शख्स था जिससे पपला कभी पहलवानी सिखा करता था। पिटाई किये जाने से आक्रोशित संदीप ने शक्ति सिंह की हत्या कर दी थी। कहा जाता है कि इस हत्याकांड का बदला लेने के लिए पपला गुर्जर ने साल 2014 में संदीप, उसके मामा औऱ मां की हत्या कर दी थी।

संदीप, उसके मामा व मां की हत्या के बाद पपला को पुलिस ने पकड़ लिया था, मगर 8 सितंबर 2017 को पपला पेशी पर ले जाते समय चालानी गार्ड पर फायर करके फरार हो गया था। तब हरियाणा पुलिस ने इसे मोस्ट वांटेड घोषित किया और इस पर एक लाख का इनाम रखा था।

पपला गुर्जर पर हत्या, रंगदारी समेत कई संगीन मामले दर्ज हैं। कई बार पुलिस को चकमा देने के बाद पपला गुर्जर महाराष्ट्र के कोल्हापुर में अपनी प्रेमिका के घर छुपा हुआ था। पुलिस 27 जनवरी 2021 की देर रात पपला गुर्जर की प्रेमिका जिया उद सहर के घर दबिश देकर दोनों को पकड़ था।