युवती को एक कमरे में बंद कर 5 लोगों ने तीन दिनों तक उसके साथ कई बार गैंगरेप किया। इस भयानक वारदात को 29 अगस्त से 31 अगस्त, 2019 के बीच अंजाम दिया गया। पीड़िता किसी तरह इन बदमाशों के चंगुल से जिंदा बच सकी थी और उसे उम्मीद थी कि कानून से उसे न्याय जरुर मिलेगा। लेकिन न्याय की बात तो दूर पुलिस ने जो उसके साथ किया वो इस पीड़िता ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा।

‘National Daily Star’ अखबार से बातचीत करते हुए पीड़िता के भाई ने बताया कि पुलिस स्टेशन में मौजूद पुलिस वालों ने उनकी बहन से कहा कि वो अपने पति से तलाक लें और गैंगरेप के मुख्य आरोपी से शादी करें। यह मामला बांग्लादेश का है और यहां 2 बांग्लादेशी पुलिस वालों पर पीड़िता के परिवार ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी बेटी के साथ पबना जिले में गैंगरेप हुआ है। इस शर्मनाक कांड के बाद जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचा तो पुलिस वालों ने पीड़ित युवती से तलाकनामे पर हस्ताक्षर करा गैंगरेप के आरोपी से जबरदस्ती शादी करा दी। हैरानी की बात यह भी यह शादी थाने परिसर में ही कराई गई और बड़े पुलिस अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।

इस मामले में पुलिसवालों पर गंभीर आरोप लगने के बाद अब पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। AFP से बातचीत करते हुए डिप्टी पुलिस चीफ ऑफ पबना, मोहम्मद इबने मिज़ान ने गुरुवार (12-09-2019) को कहा कि ‘ऐसा लगता है कि इस शादी को करवा कर सभी आरोपियों को सजा मिलने से बचाने की कोशिश की गई है।

हमने इस मामले में सब इंस्पेक्टर इकरामुल हक को सस्पेंड कर दिया है। इकरामुल हक को यह शादी कराने में मदद करने के आरोपों में निलंबित किया गया है। इस मामले में पबना सदर पुलिस स्टेशन के इंचार्ज को भी पद से हटा दिया गया है क्योंकि इसी थाने के परिसर में यह शादी कराई गई थी।’

इधर युवती से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने तीन संदिग्ध बलात्कारियों को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन आरोपियों में से एक बांग्लादेश की सत्ताधारी आवामी लीग का छुटभैया नेता भी है। आपको बता दें कि कुछ मानवाधिकार संगठनों ने बताया है कि पिछले कुछ सालों में बांग्लादेश में गैंगरेप की घटनाएं काफी बढ़ी हैं। इसके लिए कई लोगों गैंगरेप को लेकर देश के कमजोर कानून को जिम्मेदार ठहराया है…जिसके तहत यहां गैंगरेप के बहुत ही कम आरोपियों को सजा हो पाती है। (और…CRIME NEWS)