इन दिनों हर तरफ माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad) की चर्चा हो रही है। किस तरह पुलिस ने पहले बेटे असद का एनकाउंटर किया। इसके बाद अतीक और उसके भाई अशरफ को मीडिया कर्मी बनकर आए आरोपी सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य ने सरेआम गोलियों से भून दिया। वहीं मेरठ में पूर्व सांसद शाहिद अखलाक (Shahid Akhlaq) के बेटे शोएब ने सरेआम गुंडई दिखाई है। उसकी करतूत सीसीटीवी में भी कैद हो गई है।

बर्गर मिलने में देरी हुई तो खोया आपा

असल में शोएब बिगीज रेस्टोरेंट में बर्गर लेने पहुंचा था। उसने बगर्र का ऑर्डर दिया। ऑर्डर मिलने में जब देरी हुई तो वह मैनेजर से बहर करने लगा। बहस के दौरान ही उसने रिवॉल्वर निकाली मैनेजर के ऊपर तान दी। रिवॉल्वर देखकर रेस्ट्रों के लोग शॉक्ड हो गए। पूरे रेस्ट्रों में हड़कंप मच गया। लोग सहम गए। रेस्ट्रों के कर्मचारियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके सिविल लाइन पुलिस शोएब को पकड़कर अपने साथ लेकर चली गई। हालांकि हैरानी तब हुई जब पुलिस ने यह कहा कि शोएब ने जो बंदूक तानी थी वह नकली थी। फिर क्या शोएब के खिलाफ शांति भंग में चालान काटा गया और मजिस्ट्रेट ने उसे जमानत भी दे दी।

इंसपेक्टर ने घटना से किया इनकार

हैरानी तब हुई जब सिविल लाइन इंसपेक्टर ने इस तरह की किसी घटना से ही इनकार कर दिया। इसके बाद जब एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को घटना की जानकारी हुई तो पुलिस काले रंग की थार गाड़ी के साथ शोएब को लेकर सिविल लाइन थाने पहुंची। इस समय शोएब के साथ उसका भाई साकिब भी मौजूद था।

सीसीटीवी बताएगी सच्चाई

रेस्ट्रों के कर्मचारी डरे हुए थे। उनका कहना है कि शोएब ने जब बंदूक तानी तो उन्हें नहीं पता था कि वह नकली है वे तो असली ही समझ रहे थे। इसके अलावा उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। हैरानी की बात है कि अभी तक पुलिस ने रेस्ट्रों के सीसीटीवी को खंगालना जरूरी नहीं समझा। जबकि सारी असलियत उसी से समाने आ सकती है।

पुलिस का कहना है कि शोएब ने यह बंदक गुरुवार को ही खरीदी है मगर पुलिस ने यह जानना जरूरी नहीं समझा कि किस दुकान से उनसे नकली बंदूक खरीदी थी। अब बंदूक नकली थी कि असली यह तो सीसीटीवी से ही साफ हो पाएगा। वहीं सीसीटीवी से यह भी साफ हो पाएगा कि शोएब के साथ बर्गर लेने पहुंचा दूसरी शख्स कौन था?