उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक के खिलाफ भाजपा समर्थकों की दुकानों का बहिष्कार करने की कथित तौर पर अपील करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सोमवार शाम को एक वीडियो वायरल होने के बाद यह प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें विधायक नाहिद हसन को अपील करते नजर आ रहे हैं। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने कहा कि विवादास्पद वीडियो में, हसन लोगों से कह रहे हैं कि वे कैराना में भाजपा समर्थकों द्वारा चलायी जा रही दुकानों का बहिष्कार करें। कुमार ने कहा कि मामले की जांच का आदेश दे दिया गया है और जांच एएसपी राजेश श्रीवास्तव को सौंप दी गई है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के कैराना (शामली) से समाजवादी पार्टी के विधायक का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। इस वीडियो में कथित तौर पर वह अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों से कह रहे हैं कि भाजपा समर्थक दुकानदारों से सामान न खरीदें। वह यह भी कह रहे हैं कि उन लोगों के सामान खरीदने से ही भाजपा वालों की दुकान में सामान बिकता है और उनका घर चलता है। सपा विधायक नाहिद हसन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कथित तौर पर कह रहे हैं कि ”मेरी आप सभी से यह अपील है। सभी कैराना और आसपास के गांव के लोग, जो यहां से सामान खरीदते हैं, उनसे हाथ जोड़कर अपील है कि भाजपा के जितने भी लोग बाजार में हैं इनसे सामान लेना बंद कर दें। दस दिन-एक महीना तक चाहे पानीपत से जाकर सामान ले लो। थोड़े दिन कष्ट उठा लो। इधर-उधर सामान ले लो।

बीजेपी के लोगों की तबीयत में सुधार आ जाएगा। इन्हें पता चल जाएगा। हम सबके लिए यही बेहतर है। हम सामान खरीदते हैं तो इनका घर चलता है।”” सपा विधायक के इस वीडियो पर उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता चंद्र मोहन ने कहा, ‘‘सपा विधायक का यह बयान घृणित है और ऐसे बयान की कोई अपेक्षा नहीं कर सकता जो समाज को बांटने का काम करता है। इस तरह का बयान समाजवादी नेताओं की मानसिकता को दर्शाता है। इस बयान से साफ होता है कि सपा नेता पश्चिमी उप्र का माहौल खराब करना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि क्या व्यापारी किसी पार्टी के होते हैं, व्यापारी व्यापारी होते हैं। इस तरह के बयान समाज के लिए ठीक नही हैं और गंदी राजनीति का एक हिस्सा हैं।

इस बारे में जब पीटीआई-भाषा ने सपा विधायक नाहिद हसन से बात की तो उन्होंने इस बात को स्वीकारा कि यह वीडियो उनका है और यह उनकी निजी राय है। उन्होंने कहा, ‘‘जो छोटे दुकानदार (हिन्दू मुस्लिम दोनों) हैं, वे भाजपा समर्थक दुकानदारों से प्रताड़ित हैं क्योंकि जो बड़े दुकानदार है वे छोटे दुकानदारों को उनके परंपरागत बाजार से हटाना चाहते हैं। यहां पर हमारी (मुस्लिमों की) संख्या ज्यादा है और यह हमसे पैसा कमा रहे हैं।’’