Fastag अकाउंट अनब्लॉक करने के नाम पर एक युवक के अकाउंट से हैकर्स ने 1 लाख 5 हजार रुपए उड़ा दिए। वडाला के रहने वाले एक युवक के मोबाइल पर मैसेज आया था जिसमें उससे फॉर्म को भरने के लिए कहा गया था। फॉर्म में उसने अपने कार्ड की डिटेल भी डाल दी थी। जिसके बाद उसके अकाउंट से हैकर्स ने ये पैसे निकाल लिए। जबतक युवक को इस बात की भनक लगी तो उसके अकाउंट से 1 लाख 5 हजार रुपए निकल चुके थे।

मिड-डे के मुताबिक, बाबुराव मड्डी ने अपनी कार बेची थी। कार के नए मालिक ने उसे फोन करके बताया कि जो उसने फास्टैग अकाउंट बनाया था जो ब्लॉक है। इसके बाद युवक ने कंपनी के कस्टर केयर को फोन किया। 2 जून को मड्डी ने इंटरनेट पर कई सारे नंबर को सर्च किया और उसे एक नंबर मिला। ये नंबर ऑनलाउन कस्टमर केयर फास्टैग के नाम पर रजिस्टर था।

बाबुराव ने बताया, ‘जब मैंने नंबर पर कॉल किया तो उसने बताया कि मेरे बैंक अकाउंट में KYC पूरी नहीं है इसलिए फास्टैग अनब्लॉक नहीं हो सकता। उसने मुझसे बैंक से संबंधित कुछ डिटेल मांगी। मुझे दूसरे नंबर से लिंक मिला जिसमें फास्टैग के लैटरहेड के साथ एक मोबाइल नंबर था। उसने मुझे सारी जानकारी उस फॉर्म पर भरने के लिए कहा। इसमें मेरी क्रेडिट कार्ड डिटेल भी थी।’

मड्डी को एक कोड मिला जिसे Anydesk ऐप पर डालने के लिए कहा गया। उसे बताया गया कि अनब्लॉकिंग के लिए 24 घंटे का समय लगेगा। जब कुछ नहीं हुआ तो मड्डी ने दोबारा कस्टमर केयर पर फोन किया। उसने बताया कि क्रेडिट कार्ड डिटेल काम नहीं कर रही हैं तो उसे डेबिट कार्ड डिटेल देनी होगी। उसने जैसे ही डेबिट कार्ड की डिटेल डाली उसके अकाउंट से एक बार 20 हजार और दूसरी बार 5 हजार रुपए निकाल लिए गए।

पीड़ित युवक ने जब एटीएम से मिनी स्टेटमेंट चेक की तो पता चला कि उसके बैंक अकाउंट से 25 हजार निकाल लिए और क्रेडिट कार्ड से 75 हजार 975 रुपए। इसके बाद युवक को पता चला कि उसके साथ फ्रॉड किया गया और उसने इस बात की जानकारी तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।