बात 8 मार्च सन् 1988 की है। उस वक्त 26 साल के मशहूर पंजाबी गायक अमर सिंह चमकीला अपनी पत्नी अमरजोत के साथ पंजाब के एक गांव महसामपुर में पहुंचे थे। दोनों यहां एक लाइव कन्सर्ट में हिस्सा लेने के लिए आए थे। दोपहर करीब 2 बजे दोनों कार्यक्रम के लिए यहां पहुंचे। गांव में पहुंचने के बाद जैसे ही इनलोगों ने अपनी कार का दरवाजा खोला वहां मोटरसाइकिल से आए कुछ लोगों ने अमर सिंह और उनकी पत्नी को गोलियों से भून डाला। गायक मंडली के कुछ अन्य सदस्य भी इस गोलीबारी में मारे गए। बड़ी हैरानी की बात है कि इस तरह एक मशहूर गायक को गोलियों से भूनने के बाद उनके हत्यारे वहां से फरार भी हो गए। जिस वक्त अमरजोत की हत्या हुई वो उस वक्त गर्भवती भी थीं। इस हत्याकांड को हुए अरसा गुजर गया है लेकिन यह मौत अब भी मिस्ट्री बनी हुई है। क्यों एक मौत मिस्ट्री बन गई और क्यों पुलिस इस मिस्ट्री को अब तक नहीं सुलझा सकी? इसपर हम आगे गौर करेंगे लेकिन उससे पहले आप अमर सिंह चमकीला की शख्सियत के बारे में जान लीजिए।
उन दिनों पंजाब में धानी राम नाम का एक युवक मशहूर सिंगर, सॉन्ग राइटर, म्यूजिसियन और कंपोजर के तौर पर काफी मशहूर था। स्टेज पर यही धानी राम अमर सिंह चमकीला के नाम से जाने जाते थे। अपनी पत्नी अमरजोत के साथ इनका डूएट काफी मशहूर था। आज भी अमर सिंह चमकीला को पंजाब का सबसे बेहतरीन सिंगर माना जाता है। दरअसल चमकीला के गाने पंजाब के उन गांवों की जिंदगी से प्रेरित होते थे जहां खुद धानी राम पले-बढ़े। इसलिए उनके प्रति लोगों की दीवानगी काफी थी। अमर सिंह चमकीला ज्यादातर विवाहोत्तर संबंध, शराब, ड्रग और पंजाबियों के गर्म माइंडसेट को लेकर अपने गाने लिखा करते थे। वो अपने गानों के जरिए समाज की बुराइयों पर खुलकर वार करते थे। कई बार अमर सिंह चमकीला अपने गानों की वजह से विवादों में भी रहे। उनके प्रमुख गानों में Pehle Lalkare Naal, Baba Tera Nankhana, alwar Main Kalgidhar Di, jatt Di Dushmani इत्यादि शामिल हैं। अमर सिंह का सिंगिंग करियर 10 सालों का रहा।
अमर सिंह चमकीला की हत्या आखिर क्यों और किसने की? इस विषय पर उनके चाहने वाले कई बार बहस कर चुके हैं। उनकी हत्या को लेकर सबसे ज्यादा यहीं कहा जाता है कि सिख उग्रवादियों ने उनकी हत्या की है। कहा जाता है कि चमकीला ने कई क्रांतिकारी गाने गाए। जिसकी वजह से कई बार खालिस्तानी उग्रवादियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी। The Immigration and Refugee Board of Canada commissioned ने इस मामले में एक जांच भी कराई थी। लेकिन यह जांच किसी भी मुकम्मल नतीजे तक नहीं पहुंच सकी। भारत के प्रमुख समाचार पत्रों ने अमर सिंह चमकीला के मौत को एक मर्डर मिस्ट्री का नाम दिया। यह भी कहा जाता है कि जातिय तनाव की वजह से उनकी हत्या की गई थी। अमर सिंह चमकीला के हत्यारे आज तक पुलिस के कब्जे में नहीं आए और यह मौत इस तरह बन गई मिस्ट्री। (और…CRIME NEWS)