राजनीति और अपराध का रिश्ता बेहद पुराना रहा है। राजनेताओं के संगीन अपराध में संलिप्त होने की ऐसी कई खबरें आ चुकी हैं जिन्हें सुनकर हम चौंक जाते हैं। महाराष्ट्र के पालघर से भी एक ऐसी ही खबर आई है। यह एक राजनेता पर ब्लैकमेलिंग और रंगदारी मांगने का मामला दर्ज किया गया है। इस राजनेता पर आरोप है कि उनसे वसई-विरार के एक कॉरपोरेटर से रंगदारी मांगी है। दिलचस्प बात यह भी है कि अरुण जाधव नाम के जिस कॉरपोरेटर से यह रंगदारी मांगी गई है वो खुद भी अभी कानून के शिकंजे में है। उसे पालघर जिले के वसई टाउन में अवैध निर्माण और जबरदस्ती जमीन हथियाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
अरुण जाधव ने हरिशचंद्र काकड़े के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है और इसी शिकायत के आधार पर हरिशचंद्र काकड़े के खिलाफ आईपीसी की धारा 384 (रंगदारी मांगने) और 385 (रंगदारी ना देने पर धमकी देने) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक वसई-विरार म्यूनसिपल कॉरपोरेशन के बहुजन विकास अघाड़ी (बीवीए) कॉरपोरेटर अरुण जाधव ने कुछ ही दिनों पहले हरिशचंद्र कक्कड़ के खिलाफ ब्लैकमेलिंग करने और रंगदारी मांगने का मामला दर्ज कराया है। ‘मुंबई मिरर’ की रिपोर्ट के मुताबिक हरिशचंद्र कक्कड़ समय-समय पर आरटीआई के जरिए कॉरपोरेटर के निर्माण कार्यों संबंधी जानकारी निकाल कर उसे ब्लैकमेल करता था।
पुलिस के मुताबिक साल 2016 से ही कक्कड़ जाधव को धमकियां देता आ रहा है कि वो उसके रियल स्टेट कारोबार के खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज करेगा। बताया जा रहा है कि हरिशचंद्र कक्कड़ यहां विपक्षी पार्टी से जुड़ा राजनेता है और उसने कॉरपोरेटर जाधव से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी और कहा कि अगर वो उसे पैसे देगा तब वो उसके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करेगा। इतना ही नहीं कॉरपोरेटर के मुताबिक हरिशचंद्र ने उससे साल 2016 में 30 लाख रुपए भी ऐंठे थे। बहरहाल आपको बता दें कि बीते शुक्रवार (31 मई, 2019) को पुलिस ने अवैध निर्माण के सिलसिले में जाधव को गिरप्तार किया है और अब एक राजनेता के खिलाफ उसकी शिकायतों की भी जांच की जा रही है। (और…CRIME NEWS)

