Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने बाहरी दिल्ली के नरेला में एक व्यक्ति की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक मृतक का पारिवारिक मित्र है। पुलिस ने कहा कि उन्हें 9 सितंबर को नरेला पुलिस स्टेशन में सिंघोला गांव में सीएनजी पंप के पास दो घायल लोगों के बारे में एक पीसीआर कॉल मिली। घायल लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से एक को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक की पहचान 28 वर्षीय चरणजीत सिंह के रूप में हुई।
मृतक चरणजीत सिंह के परिवार का 35 साल से नजदीकी मित्र का आरोपी खुशबीर सिंह
पुलिस ने कहा कि दूसरे घायल व्यक्ति की पहचान 43 वर्षीय खुशवीर सिंह के रूप में हुई। खुशवीर को अस्पताल से छुट्टी मिल गई और पूछताछ करने पर उसने पुलिस को बताया कि वह और उसका सहयोगी चरणजीत द्वारका में एक शेयर ट्रेडिंग कंपनी रिलायबल एयरकॉन में काम करते थे। हृदय रोग से पीड़ित खुशवीर पीजीआई चंडीगढ़ में अपना इलाज करा रहा था। 8 सितंबर को वह अपने मालिक की कार में चरणजीत के साथ यात्रा कर रहा था। उसने यह भी कहा कि वह चरणजीत के परिवार का 35 साल से करीबी दोस्त है।
रास्ता पूछने के बहाने लुटेरों ने खुशबीर और चरणजीत पर चाकू से कई बार हमला किया
खुशवीर ने पुलिस से कहा कि वे लोग रात करीब 9.45 बजे और करीब 10.15 बजे रोहिणी में चरणजीत के आवास से निकले। जब वे सिंघोला गांव में सीएनजी पंप पर पहुंचे, तो एक सफेद कार ने उन्हें रोका और कागज का टुकड़ा दिखार कर रास्ता पूछा। खुशवीर ने पुलिस को बताया, “जब चरणजीत उन्हें रास्ता बताने के लिए कार से बाहर निकला, तो एक ने उसे चाकू दिखाकर पकड़ लिया और उसका सामान मांगा, जबकि बाकी लोगों ने मुझे पकड़ लिया… चरणजीत ने विरोध किया तो उस पर कई बार चाकू से हमला किया गया, जबकि मुझे भी चाकू से कुछ चोटें आईं और मैं बेहोश हो गया।”
सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण में सामने आया खुशबीर का झूठ, दोबारा पूछताछ में उगला सच
इलाके के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के बाद और पाया गया कि घटना के बारे में खुशवीर का विवरण अलग था। उससे आगे की पूछताछ की गई। इसके बाद उसने पुलिस को बताया कि वह चरणजीत से दुश्मनी रखता है। खुशवीर ने कहा कि उसने चरणजीत को द्वारका में अपनी शेयर ट्रेडिंग फर्म में नौकरी दिला दी। वहां खुशबीर पिछले 12 वर्षों से काम कर रहा था। खुशबीर ने बताया कि चरणजीत को शेयर ट्रेडिंग का ज्ञान था। चरणजीत कंपनी के मालिक हरेंद्र चौधरी के करीब आया और शेयर बाजार का विश्लेषण करने के लिए एक उपकरण विकसित किया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “आखिरकार, खुशवीर और उसके मालिक हरेंद्र दोनों ने चरणजीत से दुश्मनी रखनी शुरू कर दी और उसे मारने की योजना बनाई… उन्होंने कत्ल करने के लिए जीतू शर्मा नाम के एक व्यक्ति को भी काम पर रखा।” पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने भूरा नाम के एक अन्य व्यक्ति को भी काम पर रखा था।
खुशबीर ने दिल की बीमारी का इलाज करवाने के लिए चंडीगढ़ यात्रा में चरणजीत से साथ चलने कहा
घटना से कुछ दिन पहले, खुशवीर ने चरणजीत से कहा कि वह अपने दिल की बीमारी का इलाज पीजीआई चंडीगढ़ में करवाना चाहता है। उसने चरणजीत को कंपनी के मालिक हरेंद्र चौधरी की कार में उसके साथ चंडीगढ़ चलने के लिए कहा। पुलिस के मुताबिक, इसके बाद आरोपियों ने रास्ता पूछने के बहाने सिंघोला में पेट्रोल पंप के पास चरणजीत पर हमला करने की योजना बनाई। पुलिस ने कहा कि हत्या के मामले में खुशवीर, भूरा, हरेंद्र चौधरी और जीतू को गिरफ्तार कर लिया गया है।