दिव्या पाहुजा मर्डर मर्डर केस में क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी हाथ लग गई है। होटल मालिक अभिजीत का दोस्त बलराज गिल गिरफ्तार हो गया है। उसे बंगाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है। ये वहीं शख्स है जिसने लाश को ठिकाने लगाने का काम किया था। पुलिस को पूरी उम्मीद है कि इसकी गिरफ्तारी के बाद दिव्या की लाश भी मिल जाएगी। अभी तक पुलिस को दिव्या का शव नहीं मिल पाया है और जांच के इसी पहलू को सबसे बड़ा फेलियर भी माना जा रहा है।

जानकारी के लिए बता दें कि पुलिस ने अभी अभिजीत के सिर्फ एक साथी बलराज गिल को गिरफ्तार किया है। उसका एक दूसरा साथी है, उसने भी शव को ठिकाने लगाने में मदद की थी। उसका पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया है और वो अभी भी फरार ही चल रहा है। पुलिस के मुताबिक बलराज के जरिए कई चीजें पता चल सकती हैं, केस के जो भी अनसुलझे पहलू रह गए हैं, उन्हें सुलझाने का काम बलराज की गवाही कर सकती है।

वैसे इस पूरी वारदात का एक सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है और वो ही इस समय सबसे बड़ा सबूत भी है। घटना वाली रात की बात करें तो दो जनवरी को सुबह 4 बजकर 18 मिनट पर तीन लोग होटल में एंट्री करते हैं। इसमें दिव्या, अभिजीत और एक तीसरा शख्स रहता है। बाद में दिव्या और अभिजीत के बीच कहासुनी होती है, वो मांग करता है कि उसकी सारी तस्वीरें डिलीट की जाएं। दिव्या अपने फोन का पार्सवर्ड ही बताने को तैयार नहीं होती जिस वजह से अभिजीत नाराज हो जाता है और उसे गोली मार देता है।

मृतक दिव्या पाहुजा की बात करें तो वो सिर्फ एक मॉडल नहीं थी, वो एक समय गैंगस्टर संदीप गोडाली की गर्लफ्रेंड थी। मुंबई पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में संदीप मारा गया था। उस मामले में मुख्य गवाह दिव्या ही थी, उस पर कुछ गंभीर आरोप भी लगे थे जिस वजह से उसने सात साल जेल में बिताए। लेकिन फिर पिछले साल बॉम्बे हाई कोर्ट ने उसे जमानत दे दी थी।