Tis Hazari Court Delhi Police vs Lawyers Clash: देश की राजधानी दिल्ली की तीस हजारी अदालत में पुलिस और वकीलों के बीच 2 नवंबर को हुए खूनी संघर्ष को लेकर बवाल अभी जारी है। जहां एक ओर मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है तो वहीं सड़क पर दोनों तरफ से विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। इस बीच उस दिन मौके पर मौजूद एक कांस्टेबल ने आपबीती सुनाते हुए कहा, “उन्होंने (वकील) मेरे सिर को बस पर दे मारा और फिर मेरे चेहरे और पेट पर लात मारी… मैंने उन्हें बताया कि मैं तीस हजारी में तैनात नहीं हूं और मेरे दो बच्चे हैं लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। मैंने सोचा कि मैं मर जाऊंगा, लेकिन किसी तरह भागकर अपनी जा बचाई।”

क्या बोले घायल पुलिसकर्मी: तीस हजारो हिंसा में 20 घायल पुलिसकर्मियों में से इंडियन एक्सप्रेस ने इस घटना के बारे में छह लोगों से बात की। इनमें से किसी का दांत टूटा था तो किसी का कान घायल था। जबड़े, कंधे और पीठ में भी चोटें आईं थी। पुलिसकर्मी के प्राइवेट पार्ट में भी सूजन थी। ये सब चोटें शनिवार को तीस हज़ारी कोर्ट कॉम्प्लेक्स में पुलिसकर्मियों से मारपीट के दौरान आई थी।

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पुलिस कॉन्स्टेबल ने सुनाई आपबीती: स्थानीय पुलिस के साथ एक 31 वर्षीय कांस्टेबल, जो शनिवार दोपहर 3 बजे घटनास्थल पर पहुंचा, उसने दावा किया कि उसका एक कान घायल हुआ है। उसके चेहरे और प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान हैं और वह तीन दिनों से अस्पताल में है। उसने उस दिन की वारदात को बताते हुए कहा, “जब मैं वहां पहुंचा तो मैंने देखा कि कुछ पुलिस कर्मी पहले से ही घायल थे और इससे पहले कि मुझे पता चलता कि हिंसा का कारण क्या है, लगभग 30 वकीलों ने मेरी पिटाई शुरू कर दी। मुझे नहीं पता कि उन्होंने मुझे किस चीज़ से मारा, लेकिन अगर यही पुलिस ड्यूटी है तो निजी नौकरी करना बेहतर है।”

दूसरे कॉन्स्टेबल की पत्नी का बयान: कमर और पीठ में चोट लगने वाले एक अन्य कांस्टेबल की पत्नी ने कहा, “मुझे खुशी है कि वह जीवित है। मैंने पुलिसकर्मियों की पिटाई के वीडियो देखे और इसलिए मेरे बच्चे चाहते हैं कि उनके पिता नौकरी छोड़ दें।”

किसी तरह बचाई जान: मारपीट में घायल हुए एक अन्य कांस्टेबल ने कहा कि जब वह खून से लथपथ चेहरे के साथ वकीलों से बचने में कामयाब रहा तो उसने राहगीरों से मदद मांगी लेकिन कोई भी उसे अस्पताल ले जाने के लिए आगे नहीं आया। उन्होंने कहा, “मैंने एक पीसीआर वैन देखी, जो मुझे इलाज के लिए अस्पताल ले गई।” कांस्टेबल ने कहा कि उसे पीठ और पेट में चोटें आई हैं और शनिवार रात उसे छुट्टी दे दी गई।