दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर एक नॉन गजेटेड ग्रुप सी की नौकरी होती है। अब इस पद के लिए चयन स्टाफ सलेक्शन कमीशन के द्वारा किया जाता है। इसके लिए लिखित परीक्षा के साथ फिजिकल और मेडिकल जैसी कई अहम चीजों से होकर गुजरना होता है। सब-इंस्पेक्टर का मुख्य काम दिल्ली में कानून-व्यवस्था बनाए रखने का होता है। थाने में इंस्पेक्टर के बाद सबसे ज्यादा पावर इसी पोस्ट की होती है।
कितनी सैलरी से होती है शुरुआत: दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर की बेसिक सैलरी 35 हजार 400 रुपए से लेकर 1 लाख 12 हजार 400 रुपए होती है। इस नौकरी को लेवल 6 में गिना जाता है। इसका ग्रेड पे 4200 रुपए होता है। अन्य सभी चीजें मिलाने के बाद एक सब-इंस्पेक्टर को कुल 41 हजार 231 रुपए शुरुआती वेतन मिलता है। सब-इंस्पेक्टर का ये वेतन सातवें वेतन आयोग के बाद तय होता है जिसमें केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में करीब 20-22 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई है।
कब होता है प्रमोशन: दिल्ली हो या देश की कोई भी पुलिस सेवा इसमें प्रमोशन कोई फिक्स नहीं होता है। आमतौर पर सब-इंस्पेक्टर के पद पर 15-18 सेवाएं देने के बाद पुलिसकर्मी का प्रमोशन हो जाता है, जिसके बाद उसे इंस्पेक्टर बना दिया जाता है। दिल्ली में इंस्पेक्टर को ही एसएचओ भी बनाया जाता है, लेकिन हर इंस्पेक्टर एसएचओ नहीं बनता। इसके लिए कई अन्य योग्यताएं भी देखी जाती हैं। इंस्पेक्टर के पद पर 12-15 साल तक सेवाएं देने के बाद प्रमोशन मिलने पर ACP बनाया जाता है।
केंद्रीय कर्मचारी होता है दिल्ली पुलिस का जवान: दिल्ली पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है। इसलिए कोई भी दिल्ली पुलिस में काम करने वाला पुलिसकर्मी भी केंद्रीय कर्मचारी होता है क्योंकि दिल्ली केंद्रशासित प्रदेश है। ऐसा अन्य राज्यों के साथ नहीं है जिसमें हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्य आते हैं। मुख्यत: इन राज्यों की पुलिस राज्य सरकार के आदेश पर काम करती है और यहां भर्ती भी राज्य सरकार द्वारा की जाती है।
