दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके के 77 वर्षीय कारोबारी राम किशोर अग्रवाल की कथित तौर पर हत्या व लूट के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक 16 वर्षीय आरोपी को मेट्रो कार्ड के जरिये पकड़ लिया। घटना के बाद से लगातार पुलिस आरोपियों की तलाश में निगरानी रख रही थी। इस संबंध में पुलिस ने 200 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के बीच एक लाल बाइक को ट्रेस किया था, जिसे घटना से एक दिन पहले मृतक के घर के पास पार्क किया गया था।
दिल्ली पुलिस ने पिछले दो दिनों में एक व्यवसायी की उसके आवास के अंदर हत्या को सुलझाने के लिए कई सुराग जुटाए थे। फिर राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से मंगलवार को एक आरोपी को पकड़ने में कामयाब रही। पुलिस ने कहा कि 16 वर्षीय आरोपी के मेट्रो कार्ड को ट्रेस कर पकड़ा गया, क्योंकि उसने एक दिन पहले उसी मेट्रो कार्ड का इस्तेमाल किया था। इसके बाद एक अन्य संदिग्ध को भी पकड़ा गया था, जिसने खुद को नाबालिग बताया है।
बता दें कि पुलिस को बीते रविवार सुबह 6.52 बजे अग्रवाल की हत्या की पीसीआर कॉल मिली। जिसमें मृतक के बेटे ने पुलिस को बताया कि उसने सुबह करीब 6.40 बजे अपने पिता का गला काटा हुआ पाया। घटना के बाद उन्हें सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। डीसीपी (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने कहा था कि मृतक के शरीर पर चाकू के चार घाव थे और उन्हें 50 लाख से ज्यादा की लूट का भी संदेह है।
पुलिस ने जांच में संदिग्ध गतिविधियों वाले इलाके से सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किये थे। जिनमें जांचकर्ताओं ने पाया कि घटना से एक दिन पहले एक संदिग्ध ने मृतक के घर के पास लाल रंग की मोटरसाइकिल खड़ी की और फिर सिविल लाइन्स स्टेशन से मेट्रो ली थी। पुलिस ने कहा कि इस बाइक का इस्तेमाल घटना के बाद भागने के लिए किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि, मामले में सभी कड़ियों को जोड़ने के बाद पता चला कि वह हत्या से एक दिन पहले 30 अप्रैल को रात करीब 10 बजे मोटरसाइकिल खड़ी की थी। इसके बाद वह सिविल लाइन्स मेट्रो स्टेशन गए, जहां से वह एक ट्रेन में सवार हुए। ट्रेन में फिर से प्रवेश करने और उसमें चढ़ने से पहले वह ग्रीन पार्क स्टेशन से बाहर निकले। इसके बाद वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मेट्रो से बाहर निकले और फिर समयपुर बादली स्टेशन के लिए एक और मेट्रो में सवार हो गए थे।
पुलिस ने पाया कि यात्रा के दौरान समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन पर पहुंचने के बाद उनका मेट्रो टोकन खत्म हो गया। फिर उन्होंने अपने मेट्रो कार्ड का इस्तेमाल किया था। जांचकर्ताओं ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) से संपर्क किया और उनसे आरोपी के कार्ड के यात्रा विवरण साझा करने के लिए कहा था। एक अधिकारी के अनुसार, आरोपी के कार्ड को निगरानी में रखा गया था।
जब आरोपी ने मंगलवार को राजीव चौक स्टेशन पर इसका इस्तेमाल किया तो स्टेशन पर तैनात पुलिस इकाई ने उन्हें दबोच लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि दूसरे संदिग्ध को पकड़ लिया गया है और चोरी के पैसे की बरामदगी के लिए छापेमारी की जा रही है।