2012 Delhi Gang Rape and Murder Case Convicts Hanged: दिल्ली गैंगरेप के सभी चारों दोषियों को सुबह 5.30 बजे फांसी दी गई। फांसी से पहले पवन, मुकेश, अक्षय और विनय के चेहरे पर खौफ साफ तौर से नजर आ रहा था। दरअसल फांसी से एक रात पहले यानी गुरुवार को सभी दोषी तिहाड़ जेल में अपनी नींद भी ठीक से नहीं ले पा रहे थे, वो सोए नहीं। 19 मार्च, 2020 की रात दोषी मुकेश और विनय ने रात का खाना तक नहीं खाया। सुबह साढ़े तीन बजे जब सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों की याचिका खारिज कर दी तब इनकी घबराहट खुलकर सामने आने लगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तिहाड़ जेल प्रशासन ने फांसी से पहले होने वाली प्रक्रियाओं के तहत इन चारों को सुबह नए कपड़े पहनने के लिए दिये। इनमें से एक दोषी ने नए कपड़े पहनने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं। फांसी से चंद वक्त पहले जब जेल के सुरक्षा प्रहरी इन सभी को लेकर फांसीघर की तरफ जा रहे थे तब एक दोषी फांसी के लिए आगे नहीं आ रहा था।
पढ़ें – दरिंदों को फांसी पर लटकाने के बाद बोलीं पीड़िता की मां – ममता का धर्म पूरा किया
यह दोषी घबरा कर फांसी घर में ही लेट गया। एक दोषी फांसी के लिए आगे नहीं जा रहा था, जिसके बाद फांसी घर में मौजूद लोग उसे जबरदस्ती आगे लेकर गए। फांसी से पहले 2 दोषियों ने अपने हाथ बंधवाने से भी इनकार कर दिया। फिर पुलिसवालों की मदद से इनके हाथ बांधे गए थे।
बता दें कि फांसी के बाद करीब आधे घंटे तक इन चारों का शव फांसी के तख्ते पर लटका रहा। आधे घंटे बाद मेडिकल ऑफिसर ने इनकी नब्ज की जांच की और इनकी मौत की पुष्टि की। मौत की पुष्टि होने के बाद इनका पोस्टमार्टम किया गया। इससे पहले गुरुवार की रात तिहाड़ जेल प्रशासन ने इन चारों कैदियों को लेकर अपनी सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी थी। चारों पर कड़ी निगरानी इसलिए रखी जा रही थी ताकि वो खुदको नुकसान ना पहुंचा लें।