निर्भय कुमार पांडेय
राजधानी दिल्ली मादक पदार्थों की तस्करी का हब बनती जा रही है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर यहां कई ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जिनके गुर्गे दिल्ली में नशे के काले कारोबार से जुड़े हैं। अब तस्कर सुरक्षा एजंसियां और पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए नए तरीके अख्तिायार कर रहे हैं। साथ ही तस्करों ने रूट भी बदल लिया है। अभी हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक ऐसे गिरोह का पदार्फाश किया था, जो मसालों की आड़ में हेरोइन की तस्करी कर रहा था। यह गिरोह मसाले की जूट की बोरियों में खास तरह का रसायन और हेरोइन की लेप बनाकर बोरियों में लगा देता था। बाद में दिल्ली में लगे विशेष प्रोसेसिंग यूनिट में बोरियों से हेरोइन को अलग कर लिया जाता था। तस्करी का अब तक का यह सबसे नायाब तरीका है।

इसी साल 11 मई को ग्रेटर नोएडा में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तैनात एक आला पुलिस अधिकारी के घर छापामारी कर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मादक पदार्थों की अब तक की सबसे बड़ी खेप जब्त की थी। एनसीबी ने इस मकान से करीब 400 करोड़ रुपए का मादक पदार्थ जब्त किया था और तीन विदेशी तस्करों को गिरफ्तार किया था। इन तस्करों ने पुलिस अधिकारी के मकान को किराए पर लिया हुआ था। मकान में खास तरह की यूनिट लगाई हुई थी, जिसकी मदद से तस्कर मादक पदार्थों की प्रोसेसिंग करते थे। इनकी निशानदेही पर बरामद की गई मादक पदार्थों में 1818 किलो स्यूडोएफीड्रीन और करीब 2 किलो हेरोइन शामिल था। गिरोह बाद में छोट-छोटे पैकेट में हेरोइन भर कर भारत के पड़ोसी देशों में इसकी आपूर्ति करता था।
इस गिरोह के बारे में दक्षिणी अफ्रीका मूल की उस महिला तस्कर से एनसीबी को जानकारी मिली थी, जिसे उसी महीने में कुछ दिनों पहले इंदिरा गांधी हवाई अड्डा (आइजीआइ) पर सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ के जवानों ने मादक पदार्थों के साथ पकड़ा था। महिला की निशानदेही पर काफी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद किया गया था। महिला अपने कपड़ों में छुपाकर मादक पदार्थ भारत से बाहर ले जा रही थी।

बालाकोट हमले के बाद रूट में बदलाव
पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर के अलावा देश के कई राज्यों में मादक पदार्थों की खपत बढ़ गई है। भारतीय वायु सेना के बालाकोट हवाई हमले के बाद पाकिस्तान से होकर अफगानिस्तान से आने वाले विमान सेवा को पाकिस्तान ने रद्द कर दिया था। इसकी वजह से विमान दूसरे हवाई मार्ग से भारत आते थे जिससे इस सफर में एक से सवा घंटे का समय बढ़ गया है। यही कारण है कि पहले पेट में कैप्सूल भर कर लाने वाले विदेशी तस्कर अब खतरा लेना नहीं चाहते। इस वजह से तस्कर समुद्र के रास्ते और प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर अब मादक पदार्थों की तस्करी करने लगे हैं।

जाकिर नगर में प्रोसेसिंग यूनिट
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीती 23 जुलाई को विदेशी तस्कर समेत कई स्थानीय तस्कर को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला था कि तस्कर विदेश से आने वाले मसालों की आड़ में हेरोइन की तस्करी कर रहे थे। गिरोह खास तरह का रसायन और हेरोइन का लेप लगाकर बोरियों को भिगा देता था। बाद में उन बोरियों को सुखा दिया जाता था। इसके बाद उन बोरे में मसाले भरकर भारत भेज दिया जाता था। तस्कर उन बोरों पर विशेष नजर रखते थे। भारत में मसाले पहुंचने के बाद हेरोइन के सूखे बोरों को एकत्र कर लिया जाता था। उसके बाद दिल्ली के जाकिर नगर स्थित प्रोसेसिंग यूनिट में बोरों को अलग-अलग रसायन में डुबोकर हेरोइन को बोरे से अलग कर दिया जाता था। एक बोरी से निकले तत्व से करीब एक किलो हेरोइन बनती थी। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तस्कर अफगानिस्तान के जलालाबाद निवासी शिनवारी रेहमत और अख्तर मुहम्मद शिनवारी कैमिकल एक्सपर्ट हैं। वे अफगनिस्तान से आए कच्चे माल को रसायनों से प्रोसेसिंग कर उससे उम्दा किस्म की हेरोइन बनाते थे। बाद में उसकी आपूर्ति भारत के विभिन्न राज्यों सहित विदेश में की जाती थी।

राज्यों-पड़ोसी देशों में फैला जाल

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, अपराध शाखा, एनसीआर की पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किए गए तस्करों से पूछताछ से पता चला है कि पिछले कुछ सालों में दिल्ली तस्करी का हब बन चुका है। तस्कर दिल्ली-एनसीआर के अलावा पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पूर्वोत्तर, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश के कई शहरों में अपना जाल बिछा चुके हैं। यही नहीं श्रीलंका, नेपाल, बंग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान के अलावा दक्षिण अफ्रीका तक अंतरराष्टÑीय स्तर पर इस काले कारोबार का जाल फैला हुआ है। बड़ी संख्या में इन देशों के नागरिक इस काले कारोबार में शामिल हैं और वे युवाओं को अपना निशाना बनाते हैं।

’15 मार्च 2019 : स्पेशल सेल ने 83 किलोग्राम हेरोइन के साथ 12 तस्करों को गिरफ्तार किया। अफगानिस्तान और म्यांमार से तस्करी कर लाई गई थी हेरोइन।

’03 मार्च 2019 : स्पेशल सेल ने अफगानिस्तान मूल के चार मादक पदार्थों के तस्करों को गिरफ्तार किया 920 ग्राम हेरोइन के 122 कैप्सूल बरामद।

’21 जनवरी 2019 : स्पेशल सेल ने ड्रग तस्करों के दो गिरोह के छह बदमाशों को पकड़ा, इनकी निशानेहदी पर 20 किलो हेरोइन बरामद।

’22 दिसंबर 2018 : स्पेशल सेल ने अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्कर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया, इनकी निशानदेही पर 30 किलो हेरोइन बरामद।

’17 अक्टूबर 2018 : स्पेशल सेल ने 25 किलो हेरोइन की तस्करी का किया पदार्फाश, दो तस्कर गिरफ्तार।

’समुद्र के रास्ते देश में आयात होने वाली वस्तुओं की आड़ में की जा रही है तस्करी
’जूट की बोरियां, प्रोसेसिंग यूनिट और खास तरह के रसायन का लिया जा रहा है सहारा
’भारत में मसाले पहुंचने के बाद हेरोइन के सूखे बोरों को एकत्र कर लिया जाता था।

दिल्ली पुलिस लगातार तस्करों पर निगाह रख रही है। टीम तकनीकी सर्विलांस के अलावा लोकल इंटेलिजेंट्स की मदद से तस्करों के बारे में जानकारी जुटाते रहती है। समय-समय पर मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह का पदार्फाश भी किया जाता है। अभी हाल में कई विदेशी और स्थानीय तस्करों को टीम ने गिरफ्तार किया है और बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किए हैं।
– मनीषी चंद्रा, स्पेशल सेल के उपायुक्त