जब सी. वनमति को यह सूचना मिली कि उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली है तब उस वक्त वो अस्पताल में अपने पिता के पास बैठी हुई थीं। उनके पिता को रीढ़ की हड्डी में इंजरी हुई थी और वो अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे थे। सी. वनमति ने यूपीएससी की परीक्षा में 152वां रैंक हासिल किया था। बेटी कामयाबी से पिता बेहद खुश हुए थे।

आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी लगनशील लड़की की जो गांव के माहौल में पली-बढ़ी और आगे चलकर उसने अपने पूरे परिवार का नाम रौशन किया। सी. वनमति के पिता N Chenniyappan पेशे से किसान थे। अक्सर कई बार अपने पिता के साथ सी. वनमति बचपन के दिनों में खेतों में जाया करती थी। वो भैंस की पीठ पर बैठकर खेतों में जानवरों को चराती भी थीं और गांव के परिवेश में ही रहती थीं।

जब सी. वनमति ने 12वीं की परीक्षा पास की तब उनके कई रिश्तेदारों ने उनके पिता को सलाह दिया कि वो अपनी बेटी की शादी करा दें। उनके गांव में 12वीं पास लड़कियों की उस वक्त शादी करा दी जाती थी। 12वीं की परीक्षा में सी. वनमति ने अपने क्लास में दूसरा स्थान हासिल किया था और वो आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहती थीं।

सी. वनमति ने एक साक्षात्कार में बताया था कि वो ‘गंगा यमुना सरस्वती’ नाम का एक धारावाहिक टीवी पर अक्सर देखा करती थीं। इस सीरियल में एक लेडी आईएएस का किरदार भी था और इस किरदार से सी. वनमति इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी करने औऱ आईएएस बनने का सपना संजो लिया था।

आईएएस की तैयारी शुरू करने से पहले वो अपनी पढ़ाई पूरी कर चुकी थीं। उन्‍होंने कंप्‍यूटर ऐप्‍लीकेशन में PG किया फिर घर की आर्थिक मदद करने के लिए उन्होंने एक प्राइवेट बैंक में नौकरी भी कर ली। इसके बाद वे घर में मदद देने लगी थीं, लेकिन वो अपना लक्ष्‍य नहीं भूलीं। इसलिए उन्‍होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।

वनमती ने जब यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की तो पहली बार में उन्‍हें सफलता नहीं मिली थी लेकिन फिर भी उन्‍होंने हार नहीं मानी। वे डटी रहीं। इसका नतीजा ये हुआ कि आखिरकार साल 2015 में उन्‍हें सफलता मिल ही गई। उन्‍होंने यूपीएससी परीक्षा क्रैक कर लिया था।