इस महिला ने अपनी बेटी की पांव में बेड़ियां डाल उसे बिस्तर से बांध दिया है। वो नहीं चाहती कि उसकी बेटी दूसरों की तरह बाहर घूमने जाए या फिर अपने दोस्तों से घुले-मिले। लेकिन इस मां ने किसी दुर्भावना से ग्रसित होकर ऐसा नहीं किया बल्कि उसने ऐसा किया है अपनी बेटी की जिंदगी बचाने के लिए। जी हां, अमृतसर के एक घर में एक महिला ने अपनी बेटी को बिस्तर से बांध कर इसलिए रखा है ताकि वो बाहर जाकर फिर से ड्रग्स ना लेने लगे। वो ड्रग्स लेने की अपनी बेटी की आदत को छुड़ाना चाहती है।

हालांकि अपनी बेटी को बेड़ियों में जकड़ने से पहले उसने पंजाब सरकार, और नशा मुक्ति केंद्र से मदद मांगी थी कि वो उनकी बेटी की इस बुरी लत को छुड़ाने में मदद करें। बीते मंगलवार (27 अगस्त, 2019) को अमृतसर के सांसद और कांग्रेस नेता गुरजीत सिंह औजला ने अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा कर इस महिला से मुलाकात की और उन्हें चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा भी दिया है।

कांग्रेस सांसद ने महिला से मुलाकात के बाद कहा कि ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैंने चिकित्सकों से कहा है कि वो उनकी बेटी का इलाज उसके घर पर ही करें।’

लड़की की मां ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को तीन बार सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था, लेकिन वहां 3-4 दिन बाद उनकी बेटी को वापस भेज दिया जाता था। लड़की की मां ने सवाल उठाया कि ड्रग्स के नशे में डूबा रहने वाला इंसान 3-4 दिनों में कैसे ठीक हो सकता है? बहरहाल अब अपने सांसद से मिलने के बाद इस महिला को अपनी बेटी के ठीक हो जाने की काफी उम्मीद है।

बता दें कि पंजाब में ड्रग्स के फैले कारोबार पर लगाम लगाना एक बड़ा मुद्दा है। यहां कई युवक और युवतियां ड्रग्स की शिकार हैं। राज्य में महिलाओं के लिए सिर्फ एक नशा मुक्ति केंद्र है। इसी साल राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था कि उनकी सरकार राज्य से ड्रग्स के अभिशाप को खत्म करने के लिए व्यापक पैमाने पर काम कर रही है।

उन्होंने बताया था कि एसटीएफ की मदद से करीब 28,000 ड्रग्स बेचने वालों को पकड़ गया है। बता दें कि पिछले ढाई सालों में पंजाब में ड्रग्स के ओवरडोज की वजह से 160 लोगों की मौत हो चुकी है। (और…CRIME NEWS)