मुंबई पुलिस ने साइबर फ्रॉड का एक केस दर्ज किया है। इसमें आरोपियों ने युवक से बिना ओटीपी लिए ऑनलाइन अकाउंट से 75 हजार रुपए निकाल लिए। युवक ने इस मामले में पुलिस में केस दर्ज किया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये फ्रॉड करने का बिल्कुल नया तरीका है। इसमें बिना किसी ओटीपी लिए मैसेजिंग हैक कर ली जाती है और खुद ही आरोपियों के पास ओटीपी पहुंच जाता है।
मिड-डे के मुताबिक, प्रदीप प्रभाकर नाम के युवक ने पुलिस में साइबर फ्रॉड की एक शिकायत दी है। आरोपी ने अपनी शिकायत में बताया, ‘मैंने 27 जून को ब्रेकफास्ट ऑर्डर किया था। मैंने रोमा कैफे का गूगल पर नंबर खोजा था और उन्हें ऑर्डर के लिए फोन किया। उन्होंने कहा कि पांच मिनट में आपको दोबारा कॉल करते हैं। दो मिनट बाद कॉल आई और उन्होंने मेरे ऑर्डर की डिटेल ली। उन्होंने मुझसे पेमेंट का तरीका पूछा तो मैंने उन्हें कैश के बारे में बताया।’
पीड़िता युवक ने बताया, ‘मैंने जब कैश देने के लिए उन्हें कहा तो उन्होंने कोरोना के चलते कैश लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट ही हो पाएगी। उन्होंने मुझे पेमेंट करने के लिए एक लिंक भी भेजा। आरोपियों ने युवक को एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा। मैंने जैसे ही ऐप डाउनलोड किया तो मुझे पेमेंट के लिंक आने लगे। लेकिन फोन पर बात कर रहे युवक ने विश्वास दिलाया कि ये कोई फ्रॉड नहीं है। हालांकि बाद में अकाउंट से 75 हजार रुपए निकल गए।’
प्रभाकर ने इसके बाद बैंक के समक्ष ये मुद्दा उठाया और पुलिस से इस मामले में मदद मांगी। पुलिस ने मामले की शिकायत मिलते ही तुरंत ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत दर्ज कर ली है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में देखना होगा कि ठगी करने का तरीका क्या था। अगर आरोपियों के पास ओटीपी न पहुंचा होता तो ये फ्रॉड होने असंभव था। मैसेज फॉरवर्ड ऐप में भी किसी नंबर को नहीं जोड़ा गया था।