आजकल लोग स्मार्टफोन के सहारे ही अधिकतर कामों को निपटाते हैं। इसके अलावा, कई सारी अहम जानकारियां भी फोन में रखते हैं लेकिन फोन के ज्यादा इस्तेमाल से बैटरी का ख़त्म होना भी बड़ी समस्या है। यह समस्या तब और बढ़ जाती है जब हम घर से बाहर होते हैं। पॉवर बैंक इस समस्या का निदान है लेकिन बहुत सारे लोगों के पास यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती है। ऐसे में लोग पब्लिक प्लेस पर लगे चार्जर या केबल से फोन चार्ज करते हैं।

आपको बता दें कि, पब्लिक स्पेस में फोन चार्ज करना नुकसानदेह साबित हो सकता है। जिसके संबंध में गृह मंत्रालय की तरफ से साइबर दोस्त ने ट्वीट कर जानकारी दी है। साइबर दोस्त ने बताया है कि पब्लिक प्लेस पर लगे चार्जिंग पॉइंट स्टेशन या यूएसबी केबल से फोन चार्ज करने से बचें। क्योंकि हैकर्स इन केबल की मदद से आपके मोबाइल का डाटा लीक कर सकते हैं और कई तरह के मैलवेयर फोन में डाल सकते हैं।

ऐसे बनाते हैं शिकार: अक्सर सार्वजानिक जगहों जैसे बस स्टॉप, मॉल और रेलवे स्टेशन आदि पर कई तरह के चार्जिंग पॉइंट मौजूद होते हैं। जिन चार्जिंग पॉइंट्स का लोग ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, हैकर्स उन पर नजर रखते हैं। ऐसे में जब भी कोई इन चार्जिंग पॉइंट्स पर लगी केबल से फोन चार्ज करता है तो जालसाज फोन में मौजूद बैंक खाते, ईमेल, यूपीआई समेत कई जरूरी जानकारी ले लेते हैं। इसके बाद आप ठगी का कभी भी शिकार हो सकते हैं।

फोन में इंस्टॉल कर देते हैं मैलवेयर: पब्लिक प्लेस पर लगे चार्जिंग पॉइंट स्टेशन व यूएसबी केबल के जरिए साइबर अपराधी आपके फोन में मैलवेयर/वायरस इंस्टॉल कर देते हैं। ऐसे में फोन तो चार्ज होगा पर गोपनीय डाटा भी कॉपी हो जाता है। वह कुकीज और थर्ड पार्टी लिंक के जरिए फोन का डाटा कॉपी कर लेते हैं।

यह है बचाव का तरीका: साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हैकर्स का निशाना बनने से दूर रहने के लिए पॉवर बैंक का इस्तेमाल करें। यदि आपके पास पॉवर बैंक उपलब्ध न हो तो चार्जिंग के लिए खुद की चार्जिंग केबल का प्रयोग करें। इसके अलावा जब भी तत्काल तौर पर फोन चार्ज करना पड़े तो मोबाइल को बंद कर चार्ज करें।

बता दें कि, बीते दिनों ही गृह मंत्रालय की तरफ से ऑनलाइन धोखाधड़ी, साइबर ठगी से जुड़े मामलों की शिकायत दर्ज कराने के लिए नया हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया गया था। ऐसे में यदि आप ऑनलाइन फ्रॉड या साइबर ठगी के शिकार होते हैं तो इस हेल्पलाइन पर फोन कर आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं।