कभी-कभी हम ऐसी स्थिती में फंस जाते हैं जिसकी हमने कभी कल्पना भी नहीं की होती है। ऐसा ही कुछ गुजरात के एक कपल के साथ हुआ। एक हादसे का शिकार होने के बाद उन्हें पूरी रात सापों और तेंदुओं से भरे जंगल में बितानी पड़ी। उन्होंने सोचा नहीं होगा कि उनके प्लान पर पानी फिर जाएगा। दरअसल, दोनों एक सीक्रेट ट्रिप पर गए थे मगर गुरुवार शाम को पावागढ़ पहाड़ी से नीचे खाई में गिर गए। दोनों के पास मोबाइल था मगर वे नहीं चाहते थे कि उनके घरवालों को अफेयर के बारे में पता चले। इसलिए उन्होंने मदद के लिए किसी को फोन नहीं किया। उन्होंने पूरी रात जंगल में बिताई। पहाड़ी से गिरने के कारण उनको चोटें लगी थीं।

शुक्रवार की सुबह लगभग तीन घंटे की तलाशी अभियान के बाद दोनों को बचाया गया। पुलिस ने कहा कि काफी देर कर मशक्कत करने के बाद दोनों को बचाया गया। यह उनका भाग्य है कि रात भर जंगल में रहने के बाद भी वे जिंदा बच गए। पुलिस को शुक्रवार की सुबह घटना के बारे में इमरजेंसी कॉल मिली। इसके बाद पुलिस दंपत्ति की तलाश में जुट गई।

पुलिस के अनुसार, 30 साल का यह जोड़ा पूरी रात जंगल में रहा मगर किसी से मदद नहीं मांगी क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि उनके रिश्ते के बारे में किसी को भनक लगे। इसलिए इसे सीक्रेट ट्रिप में हुई गड़बड़ी के रूप में देखा गया। दरअसल, पावागढ़ पुलिस स्टेशन को शुक्रवार सुबह पंचमहल जिले की इमरजेंसी पैरामेडिक सर्विस से फोन आया। इसके बाद गांधीनगर जिले के कादी-कलोल के रहने वाले पुरुष और महिला को खोजने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया।

इस मामले में पावागढ़ पुलिस स्टेशन के उप-निरीक्षक राजदीप जडेजा ने कहा कि पुलिस कर्मियों, अग्निशमन अधिकारियों, जिला पैरामेडिक स्टाफ और वन अधिकारियों सहित दस टीमों ने कपल का पता लगाने के लिए तीन घंटे तक जंगलों में तलाशी अभियान चलाया। दंपत्ति ने पकड़े जाने के डर से मदद के लिए पूरी रात मदद के लिए फोन नहीं किया। वे नहीं चाहते थे कि उनके अफेयर के बारे में घरवालों को पता चले। रात भर जंगल में रहने के बाद उन्होंने अगली सुबह 7 बजे एम्बुलेंस को कॉल किया।

कपल को नहीं पता था कि जंगल सांपों और तेंदुओं से भरा है

जडेजा ने आगे कहा कि वे इस बात से अनजान थे कि यह जंगल तेंदुओं और सांपों से भरा है। उनके पास फोन था फिर भी उन्होंने मददन नहीं मांगी। वे वे भाग्यशाली हैं कि वे जंगल से जीवित बाहर आ गये क्योंकि वे तालाब के पास एक कंटीली झाड़ी में फंस गए थे। वे जंगल से अनजान थे इसलिए वे जगह के बारे में नहीं बता पाए कि वे कहां फंसे हैं। उनका फोन मिलने के बाद पैरामेडिक्स ने तलाश शुरू करने के लिए पुलिस से संपर्क किया। हमने उनसे बातचीत जारी रखा और आस-पास की जगहों के बारे में जानकारी लेते रहे। पता चला कि वे जहां फंसे थे वे हेलिकल स्टेपवेल के पीछे का वन क्षेत्र है। जो परित्यक्त खदानों के करीब है। वहां एरिया स्थानीय लोगों के लिए निषिद्ध क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है।

अगले दिन वे अपनी जगह से हिल भी नहीं पा रहे थे

लगभग तीन घंटे बाद टीमें उनके पास पहुंची। वे अपनी जगह से हिल भी नहीं पा रहे थे। उनके पास पहुंचने के बाद महिला को स्ट्रेचर पर बाहर निकाला। वहीं पुरुष को बेडशीट में बांधकर ले जाना पड़ा। वे पहाड़ी से गिरने के कारण बुरी तरह घायल थे। वे भूखे भी थे। दोनों को इलाज के लिए वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में रेफर किया गया। जडेजा ने आगे कहा कि दंपति अपने परिवार से संपर्क करने के लिए “इच्छुक नहीं” थे। उनके खिलाफ कोई मामला नहीं है। वे बात करने की हालत में नहीं थे मगर अपने परिवार को खबर नहीं करना चाहते थे। हमें पता चला कि महिला शादीशुदा है और तीन बच्चों की मां है। हमने उनके परिवार से संपर्क नहीं किया। वे खुद चाहें तो कर सकते हैं। फिलहाल दोनों का इलाज जारी है।