बरसों पहले चंबल की पहाड़ियों में जब डाकुओं की बंदूकें गरजती थी तो आसपास के लोग थर्रा उठते थे। अब एक बार फिर चंबल में बंदूकें गरजने लगी हैं। इतिहास गवाह है कि चंबल में कई ऐसी दस्यु सुंदरियां हुईं जिनका खौफ कई सालों तक रहा। अब एक बार फिर चंबल चर्चा में है क्योंकि यहां की ऊंची-ऊंची पहाड़ियों में नई दस्यु सरगना की एंट्री हो चुकी है। हम बात कर रहे हैं चंबल की नई बैंडिट क्वीन साधना पटेल की। साधना पूर्व डकैती चुन्नी लाल पटेल की बेटी हैं। साधना का जन्म चित्रकूट के पास स्थित एक गांव में हुआ था। कुछ छोटे-मोटे गुनाह करने के बाद साधना मध्यप्रदेश से भाग गईं और सतना को अपना ठिकाना बना लिया।

इन इलाकों में आने के बाद साधना पर कई संगीन अपराधों को अंजाम देने के आरोप लगे और वो काफी मशहूर हो गई। साधना के सिर पर अब सरकार ने 10,000 रुपए का इनाम रख दिया है। साधना मध्य प्रदेश में अपहरण, रंगदारी, डकैती और हथियारों के लूट जैसे बड़े मामलों की आरोपी है। साधना को उनके गैंग में ‘साधना जीजी’ के नाम से जाना जाता है। पुलिस की एंडी बैंडिट यूनिट अब साधना के गैंग के बारे में पता लगाने की कोशिश में जुटी है। यूनिट के सदस्य मध्य प्रदेश पुलिस के साथ तालमेल बिठा कर चंबल की इस नई डाकूरानी के बारे में सूचनाएं इकठ्ठा कर रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि साधना एमपी आधारित ‘शिवेयर डकैत गैंग’ के साथ काम करती है। कहा जा रहा है कि साधना ने इस गैंग को जूनियर लीडर के तौर पर ज्वायन किया था लेकिन पुलिस मुठभेड़ में बॉस के मारे जाने के बाद वो इस गैंग की मुखिया बन गई।

साधना को चंबल की बीहड़ों के बारे में काफी अच्छी तरह से जानकारी है। इसलिए वो यहां आसानी से इन इलाकों में पुलिस को छकाती रहती है। पुलिस के मुताबिक साधना और उसका गैंग कुछ बड़ी ट्रेन डकैतियों में भी शामिल रहे हैं। उसके गैंग के सदस्यों के खिलाफ भी कई मामले दर्ज हैं। बहरहाल पुलिस अब इस गैंग के सदस्यों और उसके सरगना की तलाश कर रही है। (और…CRIME NEWS)