देश में ऐसे कई आईपीएस अफसर हैं जिनकी दिलेरी की चर्चा अक्सर होती है। आज हम जिस आईपीएस अफसर की बहादुरी के किस्से से आपको रुबरु कराने जा रहे हैं उनकी गिनती बिहार के सबसे सफल पुलिस अफसरों में होती है। रत्न संजय कटियार लखनऊ के एक मध्यम वर्गीय माता-पिता के बेटे हैं। साल 2005 में ‘Times Of India’ से बातचीत के दौरान इस अधिकारी ने कहा था कि ‘मैंने अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर दिया है। लेकिन इसमें एक समस्या भी है। 500 कॉल आते हैं जिसमें लोग अलग-अलग तरह की सूचनाएं देते हैं।’ इसके बाद उन्होंने हंसते हुए कहा कि लेकिन कॉलेज की छात्र और छात्राएं उन्हें क्यूट एसएमएस करती हैं।

आम जनता के बीच जाकर उनसे सीधा संवाद करने वालों में आईपीएस रत्न संजय की गिनती होती है। बता दें कि रत्न संजय की पत्नी निमिषा एक आईआरएस अफसर हैं। दोनों की मुलाकत सिविल सर्विस परीक्षा की पढ़ाई करते वक्त ही हुई थी। हालांकि इन सब पहचान से अलग आईपीएस रत्न संजय कटियार की पहचान एक निडर अफसर की भी है।

शाहबुद्दीन के मांद में घुसे

कभी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी रहे मोहम्मद शाहबुद्दीन को घुटने पर लाने वाले आईपीएस रत्न संजय को आज बिहार का सुपर कॉप यूं ही नहीं कहा जाता। एक वक्त था जब सिवान, छपरा, गोपालगंज ही नहीं बल्कि पूरे बिहार और पूर्वांचल के इलाकों में मोहम्मद शाहबुद्दीन के नाम का सिक्का चलता था। कहा जाता है कि शाहबुद्दीन ने कई बड़े अपराध कर राजनीतिक सरपरस्ती हासिल की थी और कोई भी पुलिसवाला शाहबुद्दीन की इजाजत के बिना उसके घर तो क्या उसके इलाके में भी नहीं घुस सकता था।

साल 2004 में सिवान में बहुचर्चित तेजाब कांड हुआ। इस कांड में तीन लोगों को तेजाब से जिंदा जलाकर मारने का आरोप माफिया डॉन शाहबुद्दीन पर लगा। उस वक्त जिले के पुलिस अधीक्षक थे रत्न संजय कटियार। माफिया के खौफ से बिना डरे रत्न संजय सिंह छापेमारी करने के लिए सीधे उसके मांद में घुस गए।

शाहबुद्दीन के गुर्गों ने की फायरिंग

रत्न संजय सिंह पुलिस बल के साथ प्रतापपुर स्थित शाहबुद्दीन के घर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ जिले के डीएम सीके अनिल भी मौजूद थे। शायद ये पहला ऐसा मौका था जब शहाबुद्दीन के घर छापेमारी हुई थी। इस दौरान शहाबुद्दीन के गुर्गों ने पुलिस पर फायरिंग की थी। दोनों ओर से गोलीबार हुई। आईपीएस रत्न संजय शाहबुद्दीन के गुर्गों से खुलकर पंगा लेते रहे और वहीं डटे रहे। काफी देर चली मुठभेड़ के बाद पुलिस की टीम शाहबुद्दीन के प्रतापपुर स्थित उसके घर में घुसी।

मेड इन पाकिस्तान हथियार मिले

एसपी रत्न संजय और डीएम सीके अनिल की संयुक्‍त छापेमारी में शहाबुद्दीन के घर से पाकिस्‍तान में बने हथियार बरामद हुए थे। इतना ही नहीं उसके घर से बरामद एके-47 राइफल पर पाकिस्‍तानी ऑर्डिनेंस फैक्‍ट्री के छाप (मुहर) लगे थे। ये हथियार केवल पाकिस्‍तानी सेना के लिए होते हैं। इस बाहुबली नेता के घर से अकूत जेवरात और नकदी के अलावा जंगली जानवरों शेर और हिरण के खाल भी बरामद हुए थे।