बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दबंग प्रत्याशियों की इस कड़ी में बात औरंगाबाद के नबीनगर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रत्याशी विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह की। कभी लोकजन शक्ति पार्टी से विधायक रह चुके विजय कुमार सिंह को इस बार तेजस्वी ने पार्टी का टिकट सौंपकर जीत दिलाने की जिम्मेदारी दी है। विजय कुमार सिंह के बारे में कहा जाता है कि वो आज-कल जनता के बीच जाकर अपनी नई पहचान बनाने में जुटे हैं और जनता को अपना पाले में लाने की कोशिश कर रहे हैं।

राजद के इस प्रत्याशी के लिए जनता के बीच जाकर नई पहचान बनाना जरुरी इसलिए भी है क्योंकि पहले इन्हें अपराध की दुनिया से भी इनका नाता पुराना रहा है। चोरी, हत्या, हत्या की कोशिश और आपराधिक षड्यंत्र रचने समेत कई गंभीर आरोप विजय कुमार सिंह पर लगे हैं। साल 2015 में औऱंगाबाद के चर्चित नवीन सिंह हत्याकांड में विजय कुमार सिंह जेल की हवा भी खा चुके हैं। नवीन सिंह पेशे से ठेकेदार थे और विजय कुमार सिंह के ममेरे भाई।

इस चर्चित हत्याकांड में नबीनगर के पूर्व लोजपा विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह को पुलिस ने साल 2015 में गिरफ्तार भी किया था। कहा जाता है कि डब्लू सिंह ने नवीन सिंह की हत्या के लिए जेल में बंद शूटर पिंटू शर्मा से संपर्क साधा था। पिंटू ने ही राहुल शर्मा, शूटर सिकंदर पासवान व पंकज मौआर के साथ बैठक कर नवीन सिंह की हत्या की साजिश रची थी।

साल 2015 में उन्होंने जो जानकारी अपने चुनावी हलफनामे में दिया था उसके मुताबिक विजय कुमार सिंह पर लूट, चुनाव में अवैध तरीके से पैसा देने, संपत्ति के लिए प्रताड़ित करने, सरकारी कर्मचारी को ड्यूटी ना करने देने समेत कई गंभीर, हथियार रखने समेत कई गंभीर आरोप लगे थे।

अभी हाल ही में प्रथम चरण के नामांकन के अंतिम दिन 8 प्रत्याशी आचार संहिता उल्लंघन में फंस गए। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि ये प्रत्याशी कलेक्ट्रेट कार्यालय औरंगाबाद में समर्थकों की अत्यधिक भीड़ की साथ आए, साथ ही कोरोना काल की गाइडलाइन का पालन भी नहीं किया गया। औरंगाबाद कलक्ट्रेट में तैनात मजिस्ट्रेट अफजल आजमी के बयान पर यह एफआईआर दर्ज की गई थी। इस एफआईआर में भी नबीनगर से आरजेडी प्रत्याशी विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह का नाम है।