Bihar Police: मुजफ्फरपुर जिले के फकुली चौकी इलाके में स्थित ढोढी नहर पुल के पास हादसे में मारे गए एक व्यक्ति का शव कथित तौर पर नहर में बहाने की तस्वीर सामने आने के बाद बिहार पुलिस ने अपने तीन कर्मियों को निलंबित कर दिया। बिहार पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि एक दिन पहले सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो गया था। वीडियो देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स बिहार पुलिस की संवेदनहीनता पर गुस्सा जाहिर कर रहे थे।
मुजफ्फरपुर के एसएसपी ऑफिस ने बताया- जांच में सही पाया मामला, वीडियो देखने के बाद एक्शन
मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय (SSP Office) द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘‘वायरल वीडियो की सत्यता की जांच की गई और मामला सही पाया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी अपना कर्तव्य उचित तरीके से निभाने में नाकाम रहे। घटना में संलिप्त चालक आरक्षी को निलंबित कर दिया गया है और होमगार्ड के दो जवानों की संविदा समाप्त कर दी गई है।’’
नहर से सड़ी-गली हालत में निकाली गई लाश, राहगीर के बनाए वीडियो से मामले का खुलासा
पुलिस के बयान के मुताबिक, नहर से सड़ी-गली हालत में निकाली गई लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है, लेकिन मृतक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। एक राहगीर द्वारा रिकॉर्ड वीडियो में खुलासा हुआ कि खून से लथपथ व्यक्ति को दो पुलिस अधिकारी घसीट रहे हैं, जबकि तीसरा पुलिसकर्मी उनकी मदद कर रहा है। वीडियो में वे पुलिसकर्मी लाठी से शव को नहर में ढकेलते नजर आ रहे हैं।
जिले के बाहर और विदेश में रहने वाले लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ रही गोपालगंज पुलिस
इस घटना के सामने आने के बाद एक ओर जहां बिहार पुलिस की असंवेदनशीलता को लेकर चर्चा हो रही है वहीं दूसरी ओर गोपालगंज में पुलिस अधिकारी की अनोखी पहल से लोगों को काफी राहत मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर महीने की शुरुआत में गोपालगंज में शुरू इस पहल के तहत स्थानीय पुलिस जिले से बाहर या विदेशों में रहने वाले लोगों की समस्याओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीधे जुड़कर सुन रहे हैं। पुलिस ने लोगों की समस्याओं का निपटारा करने के लिए जब इस तरीके को अपनाया तो लोग खुलकर पुलिस के पास अपनी बातें रखने लगे।