इस शख्स को बिहार का ‘किडनैपर किंग’ कहा गया। चंदन सोनार नाम के इस कुख्यात अपराधी के बारे में आपको बता दें कि बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात और पश्चिम बंगाल के कई बड़े व्यापारी उसका नाम सुनते ही कांप उठते हैं। 10 सालों से पहचान छिपा कर यह अपराधी किस तरह बचा रहा यह आपको आगे बताएंगे लेकिन उससे पहले जान लीजिए उसकी क्राइम कुंडली। बिहार के हाजीपुर के रहने वाले चंदन सोनार के बारे में बताया जाता है कि कॉलेज के दिनों में ही वो अपराध की दुनिया में उतर गया। इसी दौरान उसपर अपहरण का केस भी दर्ज हुआ था। हाजीपुर और रांची की जेल में चंदन सोनार ने 6 साल जेल की सजा भी काटी है।
कहा जाता है कि देश के कई हिस्सों में चंदन सोनार का खौफ था। वह सूरत, रायपुर और रांची से भी व्यापारियों का अपहरण कर चुका है। चंदन सोनार गिरोह ने सूरत के हीरा व्यापारी के बेटे सोहैल हिंगोरा का अपहरण कर सनसनी फैला दी थी। कारोबारी से इन लोगों ने करोड़ रुपये की वसूली की थी। साल 2020 में रायपुर से व्यापारी प्रवीण सोमानी के किडनैपिंग केस में भी इस गिरोह का नाम सामने आया था। इस गिरोह ने सबसे पहले झारखंड के गोमिया से व्यवसायी महावीर जैन का अपहरण किया था। उसके बाद रांची के जूलर परेश मुखर्जी और लव भाटिया को भी उठाया था। बताया जाता है कि चंदन सोनार गैंग ने व्यापारियों का अपहरण कर अब तक अरबों रुपये की फिरौती वसूली है।
जमानत पर हुआ था रिहा
पुलिस ने पहले भी चंदन सोनार को गिरफ्तार किया था। साल 2011 में वो जमानत पर छूट गया। कहा जाता है कि इसके बाद भी उसने अपने कारोबार चालू रखा। लेकिन इस दरमियान उसने अपना नाम और पता बदल लिया।
बना होटल व्यवसायी
पुलिस ने बताया है कि चंदन सोनार ने करीब दो साल पहले 2019 में पश्चिम बंगाल से एक नेता और बड़े व्यापारी को किडनैप किया था। उसी मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस को उसकी तलाश थी। लंबी छानबीन के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस को चंदन सोनार के मध्य प्रदेश के सिंगरौली में होटल कारोबारी के रूप में रहने की जानकारी मिली। जानकारी मिलने के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने मध्य प्रदेश पुलिस से संपर्क साधा।
साफ-सुथरी छवि बनाई
पता चला कि चंदन सोनार ने सिंगरौली जिले में आने के बाद अपना नाम बदल कर चंद्रमोहन कर लिया। इतना ही नहीं स्थानीय थाने में पिछले 10 साल से उसके खिलाफ कोई मामला भी दर्ज नहीं हुआ था। चंद्रमोहन की पहचान सिंगरौली में एक साफ-सुथरे छवि वाले होटव व्यवसायी के तौर पर बन गई थी। दिलचस्प बात यह है कि सिंगरौली पुलिस को चंद्रमोहन के चंदन सोनार और अपहरण के कारोबार में संलिप्त होने की कोई भनक तक नहीं थी।
पश्चिम बंगाल को बर्धमान के शालनपुर थाने में 2019 में दर्ज हुए अपहरण के एक मामले में इसकी तलाश थी। उस केस में चंदन सोनार मुख्य आरोपी है। बर्धमान पुलिस की टीम ने बैढ़न थाना की पुलिस के साथ मिलकर गनियारी में दबिश दी। हाल ही में वहीं से चंदन सोनार को गिरफ्तार कर लिया गया। ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद चंदन सोनार को लेकर पश्चिम बंगाल पुलिस लौट गई। आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर चली गई है। कानून की गिरफ्त में आने के बाद अब उसके गुनाहों का हिसाब-किताब किया जा रहा है।
