बिहार चुनाव में किस्मत आजमा रहे बाहुबलियों की जीत-हार का फैसला जनता करेगी। हर बार की तरह इस बार के भी विधानसभा चुनाव में दागी प्रत्याशियों की कोई कमी नहीं है। किसी भी पार्टी ने दागियों को टिकट देने से परहेज नहीं किया है। आज हम बात कर रहे हैं भोजपुर के शाहपुर सीट से राष्ट्रीय जन जन पार्टी के उम्मीदवार हरेंद्र सिंह उर्फ बुआ सिंह की।

भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड में भी हरेंद्र सिंह उर्फ बुआ सिंह को आरोपी बनाया गया था। कुछ सालों पहले पुलिस ने इस मामले में हरेंद्र सिंह को उस वक्त गिरफ्तार किया था जब वो शराब के नशे में हंगामा कर रहे थे। इसके अलावा बुआ सिंह पर दर्जनभर से ज्यादा मामले शाहपुर प्रखंड के कई थानों में दर्ज है। दियारा के आतंक के नाम से कभी कुख्यात रहे हरेंद्र सिंह को जिला बदर करने की सिफारिश भी पुलिस ने की थी। बुआ सिंह के पास से पुलिस ने तमंचा और कारतूस भी बरामद किये थे।

‘myneta.info’ के मुताबिक हरेंद्र सिंह पर चोरी, रंगदारी, महिला से छेड़खानी, हत्या, आपराधिक साजिश रचने समेत 10 मामले दर्ज हैं। 10वीं पास हरेंद्र सिंह के बारे में कहा जाता है कि इलाके में उनकी छवि बाहुबली नेता की है।

शाहपुर विधानसभा क्षेत्र आरा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस विधानसभा सीट का गठन 1951 में हुआ था। साल 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में शाहपुर विधानसभा सीट पर RJD के राहुल तिवारी ने चुनाव जीता था। राहुल तिवारी ने BJP के विश्वेश्वर ओझा को 14,570 वोटों से हराकर चुनाव जीता था।

राहुल तिवारी को 69,315 वोट मिले थे तो विश्वेश्वर ओझा को 54,745 वोट प्राप्त हुए थे। वहीं, तीसरे स्थान पर जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के कृष्ण बिहारी सिंह रहे थे, उन्हें 3680 वोट मिले थे। साल 2010 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में BJP की मुन्नी देवी ने शाहपुर विधानसभा सीट पर चुनाव जीता था।