आज हम आपको बिहार के दबंग IPS अधिकारी अमित लोढ़ा के बारे में बताएंगे। अमित अभी बिहार के गया के IG हैं और अपने बेहतरीन काम के चलते अक्सर चर्चा में रहते हैं। अमित ने अपने कार्यकाल में कई अहम पदों को संभाला। वह बीएसएफ के आईजी रहे और इससे पहले वह एसएसपी और एसपी जैसे कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अमित लोढ़ा अपने बेगूसराय पोस्टिंग के दौरान का एक किस्सा याद करते हैं।
उस दौरान अमित लोढ़ा बिहार के बेगूसराय के एसपी थे और कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए काफी सक्रिय भी रहते थे। इस दौरान उनकी टीम पर नक्सली हमला हुआ था जिसमें उनके कान के पास से गोली निकली थी। उन्होंने द लल्लनटॉप के साथ इंटरव्यू में उस किस्से को याद किया। उन्होंने कहा, ‘बिहार के बेगूसराय का मैं एसपी था और हमारी नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। हमारे कुछ जवानों की बहादुरी बोलिए या बेवकूफी बोलिए वो अपने साथियों को बचाने के लिए उठकर चलने लगे।’
अमित ने आगे बताया, ‘गोलियां चल रही हैं लेकिन उनको लगा कि हमें अपने साथियों को बचाना ज्यादा जरूरी है और वह उठकर चलने लगे। मैं उस पोस्ट को लीड कर रहा था। पता नहीं मेरे दिमाग में कहां से आया कि अगर मैं उठकर नहीं चला तो लोग सोचेंगे कि हमारे एसपी साहब कायर हैं। तो मैं भी खड़ा हुआ और एकदम मेरे कान के पास से गोली निकली। गोली मेरे सिपाही के पेट में जाकर लगी। मैंने फिर जोर से अपने सिपाहियों पर चिल्लाया कि नीचे बैठकर चलो। फिर हम रेंगते-रेंगते वहां से बचकर निकले।’
अमित ने एक और किस्सा याद किया जब उन्हें डॉक्टरों की भीड़ ने घेर लिया था और उनपर पथराव भी हो गया था। अमित ने बताया कि भीड़ बिजली विभाग के खिलाफ थी, लेकिन मौके पर जब मैं पहुंचा और मैंने हेलमेट उतारा तो मेरे मुंह पर आकर पत्थर लगा। मुझे दो मिनट तक होश नहीं रहा। दो मिनट बाद जब होश आया तो मैंने देखा मेरे बॉडीग्रार्ड्स के हाथ में बंदूक है। मैंने उन्हें बंदूक नीचे रखने के लिए कहा और भीड़ से आराम से बात करने का फैसला किया। फिर मैंने भीड़ से बात की और पूरा मामला शांत हो गया।
अमित लोढ़ा ने अपने कॉलेज के दिनों का भी किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि मैं इंजीनियरिंग नहीं करना चाहता था, लेकिन दोस्तों को देखकर मैंने IIT में दाखिला ले लिया। जैसे-तैसे पढ़ाई पूरी की और ये पढ़ाई करना मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था और मैं शुरू से ही वर्दी पहनना चाहता था। IIT के दौरान ही मुझे IPS बनने का ख्याल आया। मैंने इसके बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। आखिरकार मेरा यूपीएससी में चयन हो गया और मुझे IPS भी मिल गया।