बिहार बार काउंसिल के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ वकील कामेश्वर पांडे की हत्या से सनसनी मच गई है। कामेश्वर पांडे का शव भागलपुर में स्थित उनके घर पर मिला। कामेश्वर पांडे के अलावा उनकी 55 साल की नौकरानी रेणु देवी का शव भी घर के पोर्टिको के बगल में बने जेनरेटर रुम से मिला है। बताया जा रहा है कि हत्या के बाद अपराधियों ने रेणु देवी के शव को एक ड्राम में डाल कर बंद कर दिया था। हत्या के बाद बदमाशों ने वहां से भागने के लिए कामेश्वर पांड की कार का ही इस्तेमाल किया था।

इस दोहरे हत्याकांड की जानकारी उस वक्त हुई जब शुक्रवार (06 मार्च, 2019) सुबह दस बजे रोज की तरह ड्राइवर पंकज उन्हें कोर्ट ले जाने घर पर आया था। इस बात की पुष्टि एसएसपी आशीष भारती ने की है। एसएसपी ने बताया कि हत्याकांड का सुराग तलाशने के लिए फॉरेंसिक टीम बुलाकर जांच कराई जा रही है। सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है।

पूरे मामले के खुलासे के लिए सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई है। बताते है कि फौरी तौर पर जानकारी मिली है कि उनके मकान में रह रहे किराएदार से उनका झगड़ा था। इन हत्याओं के बाद कई तरह की बातें कहीं जा रही हैं।

कहा जा रहा है कि कामेश्वर पांडे का किराएदार उनकी हत्या को अंजाम देने के लिए कई दिनों से योजना बना रहा था। उसने अपने परिवार को कुछ रोज पहले ही वहां से कहीं और भेज दिया था। और दो दिन पहले उसने अपनी कार भी हटा ली थी। जांच के दौरान पुलिस को यह सब बात पता चला है।

पुलिस के मुताबिक उनकी लाश बिस्तर पर लगी मच्छरदानी के अंदर मिली है। उनका हाथ और पैर टेढ़े मिले। इससे अंदाज लगाया जा रहा कि हत्यारे ने उनकी हत्या मुंह पर तकिया रख या गला घोंट की गई है।

अब पुलिस को इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट से ही खुलासा होगा कि हत्या का तरीका क्या था? पुलिस ने उनकी और नौकरानी की लाश को जवाहरलाल नेहरू भागलपुर मेडिकल कालेज अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

बार काउंसिल के उपाध्यक्ष की मौत की खबर यहां जंगल में आग की तरह फैल गई। वकीलों का हुजूम वरीय साथी की हत्या की सूचना मिलते ही उनके नवाब कॉलोनी आवास पर पहुंच गया। बिहार युवा अधिवक्ता कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश तिवारी ने कामेश्वर पांडे की हत्या को जघन्य अपराध करार दिया है और उन्होंने पुलिस-प्रशासन से फौरन हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की है।

ओमप्रकाश तिवारी ने कहा कि ‘बदमाश वकीलों के शयनकक्ष तक पहुंचने लगे हैं। इससे उनकी सुरक्षा खतरे में है।’ चेतावनी भरे लहजे में उन्होंने कहा कि हत्याकांड का खुलासा नहीं हुआ तो वो तथा बिहार के तमाम वकील अदालत का काम बंद कर सड़क पर उतर जाएंगे।

बहरहाल इस मामले में पुलिसिया तफ्तीश जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि वो जल्दी ही हत्यारों तक पहुंच जाएगी। पुलिस का कहना है कि कामेश्वर पांडे गंगा पार गोपालपुर के रहने वाले थे और उनका किराएदार भी उसी इलाका का है।

आपको बता दें कि वरीय वकील कामेश्वर पांडे ने दो साल पहले ही वकालत करते हुए अपने पचास साल पूरा करने पर यहां के एक होटल में समारोह आयोजित किया था। जिसमें भागलपुर ज़िला जज से लेकर तमाम न्यायाधीश और वकीलों ने शिरकत थी।