हजरत निजामुद्दीन थाना क्षेत्र में एक विधवा महिला को केरोसिन डालकर जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। घटना बीती 16 अगस्त शाम करीब 6 बजकर 30 मिनट की है। घटना की जानकारी पीड़ित महिला की चार साल की बच्ची ने परिजनों को दी थी, जिसके बाद पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई। घायल महिला की पहचान यासमीन अल्वी (32) के रूप में हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवा दिया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। फिलहाल पुलिस ने घायल महिला यासमीन अल्वी की चार साल की बेटी अनम आल्वी के बयान पर मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
अनम अल्वी ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि वह अपनी मां के साथ हजरत निजामुद्दीन में रहती है। उनके पिता आमीर अल्वी की मृत्यु हो चुकी है। उसकी दो बहनें हैं। बीती 16 अगस्त की शाम करीब 5 बजकर 30 मिनट पर ट्यूशन पढ़ने के लिए गई थी। वह अपनी दोनों बहनों के साथ शाम करीब 6 बजकर 30 मिनट पर लौटी थी। वह जब अपने घर के पास पहुंची तो उसे अपनी मां के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। वह दौड़कर घर के अंदर गई तो देखा कि उसकी चाची और परिवार के अन्य सदस्य मां को जलाने की कोशिश कर रहे हैं। अनम अल्वी को देख सभी लोग अपने-अपने कमरे में चले गए। अनम ने अपनी मां के ऊपर पानी डालकर आग बुझाई और रिश्तेदारों को फोन किया, जिसके बाद इसकी जानकारी पुलिस को दी गई।
पीड़ित परिजनों ने आरोप लगाया है कि इस घटना में यासमीन की सास, देवर और देवरानी का हाथ है। वे सभी यासमीन की संपत्ति पर कब्जा जमाना चाहते हैं। परिजनों का यह भी आरोप है कि उसकी हत्या कर बच्चों को घर से निकालने की तैयारी में थे। पर समय पर उसकी बेटी अनम घर पहुंच गई नहीं तो यासमीन की हत्या कर दी जाती। बाद में उसे हादसे का रूप दे दिया जाता। इस घटना में महिला 80 फीसद झूलस गई है। इस कारण डॉक्टरों ने कहा है कि उसके बचने की संभावना भी कम है। महिला के पति की पांच साल पहले मृत्यु हो गई थी। वहीं, पुलिस का कहना है कि फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

