इतिहास में ऐसी कई सीरियल किलिंग की घटनाएं हुई हैं जिनके बारे में जानकर आज भी लोग सिहर जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही सीरियल किलर के बारे में बता रहे हैं जिसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थी। हम बात कर रहे हैं एमी आर्चर गिल्लिगन की। महिला सीरियल किलर एमी नर्सिंग होम की आड़ में लोगों का कत्ल करती थी। बुजुर्गों की सहायता करने के लिए एमी पहले उन्हें अपने आश्रम में पनाह देती थी और बाद में उनकी हत्या कर देती थी। इसी तरह इस महिला सीरियल किलर ने करीब 40 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतारा था।
अमेरिका में रहने वाली एमी आर्चर गिल्लिगन का जन्म सन् 1868 हुआ था। साल 1901 में एमी ने कनेक्टिकट जाकर बुजुर्ग और अशक्त लोगों के लिए एक आश्रम खोला। लोगों की नजरों में वह अपने आप को एक केयरटेकर के तौर पर दिखाती थी लेकिन असल में एमी आश्रम की आड़ में लोगों को मौत के घाट उतार रही थी।
एमी ने 1901 से 1914 तक एक के बाद एक नर्सिंग होम में आए 5 बुजुर्ग लोगों से शादी की और इंश्योरेंस के पैसों के लालच में उन्हें जहर देकर मार दिया। एमी ने इसी तरह इश्योरेंस के पैसों से अपने नर्सिंग होम को चलाती रही।
सन् 1907 से 1916 तक एमी के नर्सिंग में 60 लोगों की मौत हुई थी जिसमें 1911 से 16 तक 48 लोगों की मौत हुई। लगातार हो रही लोगों की मौत के बाद पुलिस ने एमी को 8 मई 1916 को गिरफ्तार किया था। एमी के नर्सिंग होम को लोग मर्डर हाउस भी कहते हैं। जांच के बाद एमी को केवल 5 हत्याओं का दोषी पाया गया और उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई। 1962 में अस्पताल में उसकी मौत हो गई।