ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ व सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर कातिलाना हमले में हर रोज नई जानकारियां सामने निकल कर आ रही है। इसी क्रम में हमले के मुख्य हमलावर सचिन शर्मा से जुड़ा एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। जिसमें बताया गया है कि हमले से कई महीने पहले सचिन शर्मा एआईएमआईएम का कार्यकर्ता बनकर पार्टी प्रत्याशी से मिला था और ओवैसी के प्रोग्राम की जानकारी इकट्ठा कर रहा था।

ओवैसी पर हमले मामले में एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रदेश सचिव व धौलाना से उम्मीदवार आरीफ अली ने दावा किया है कि मुख्य आरोपी सचिन शर्मा ने घटना से करीब 3-4 महीने पहले पार्टी कार्यकर्ता बनकर उनसे संपर्क किया था। आरीफ के मुताबिक, सचिन ने खुद को पार्टी अध्यक्ष ओवैसी से काफी प्रभावित बताया था और दो बार मुलाकात भी की थी।

ओवैसी से मिलना चाहता था: आरीफ अली का कहना है कि पिछले दो महीनों के दौरान उनकी सचिन शर्मा से कोई बात नहीं हुई थी और न ही सचिन ने उनसे किसी तरह का संपर्क स्थापित किया था। बकौल आरीफ, जब भी सचिन शर्मा से उनकी मुलाकात या बात होती थी तो वह पार्टी अध्यक्ष ओवैसी के कार्यक्रम के बारे में पूछता था। साथ ही सचिन ने असदुद्दीन ओवैसी से मिलने की इच्छा भी व्यक्त की थी।

चुनाव लड़ चुका है सचिन: ओवैसी पर हमले मामले में पकड़े गए सचिन शर्मा के कॉलेज दोस्त के मुताबिक वह (सचिन) कई सालों से राजनीति में सक्रिय था। इसके अलावा वह राजनीतिक दलों की रैलियों में भी सक्रिय भूमिका में रहता था। दोस्त बताते हैं कि, सचिन शर्मा खुद भी बड़ा राजनेता बनने की इच्छा रखता था, जिसकी शुरुआत उसने 2014 में छात्र संघ का चुनाव लड़कर की थी। हालांकि, इन चुनावों में वह हार गया था।

दूसरा हमलावर भी पुराना साथी: एमएमएच कॉलेज से पढ़ाई करने वाले सचिन शर्मा के दोस्त (जो कि अब गाजियाबाद में नौकरी कर रहा है) ने बताया कि ओवैसी पर जानलेवा हमले में पकड़ा गया दूसरा हमलावर शुभम भी सचिन का पुराना साथी रहा है।

क्या था मामला: सचिन शर्मा ने साथी शुभम के साथ मिलकर हापुड़ जिले के पिलखुवा क्षेत्र के छिजारसी टोल के पास ओवैसी के काफिले पर हमला किया था। सचिन और उसके साथी शुभम ने पिस्टल से कई राउंड फायरिंग की थी। जिसके बाद हापुड़ पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस पूछताछ में हमलावर सचिन शर्मा ने असदुद्दीन ओवैसी की हत्या के इरादे से गोली चलाने की बात स्वीकार की थी।