गुरुवार (6 जून 2019) को जर्मनी में एक शख्स को 85 लोगों को मौत के घाट उतारने के लिए उम्र कैद की सजा सुनाई है। आरोपी शख्स जर्मनी के एक हॉस्पिटल में बतौर नर्स काम करता था, जहां मरीजों के सामने ‘हीरो’ बनने के लिए करीब 100 की जान ले ली। 42 वर्षीय नील्स होगले पूर्व नर्स, मरीजों को लेथल का इंजेक्शन लगाकर उन्हें कार्डियक अरेस्ट की हालत में पहुंचा देता था और इसके बाद उन्हें दोबार ठीक कर नई जिंदगी देने का दावा कर प्रयोग करता था।
आरोपी नील्स होगले के इसी सनकी भरे प्रयोग के चलते 100 मरीज अपनी जान गंवा चुके थे। हालांकि इनमें से सिर्फ 85 मरीजों की हत्या साबित हो पाई है। ओल्डनबर्ग की जिला अदालत के जज सेबेस्टियन ब्यूहरमैन ने इस मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि यह अपराध बेहद खतरनाक है, जिसका आसानी से पकड़ में आना मुश्किल था। आरोपी नील्स ने सजा पाने के बाद मारे गए मरीजों के रिश्तेदारों से माफी भी मांगी। उसने कहा कि, ‘मैं उन चीजों के लिए ईमानदारी से आप सभी से माफी मांगना चाहता हूं जो मैंने सालों से आपके साथ की थीं’।
बता दें कि पहली बार साल 2008 में नील्स पर हत्या का प्रयास के लिए केस चला था, लेकिन साल 2015 में 2 मरीजों की हत्या का प्रयास और दो की हत्या का आरोप साबित हुआ था। नील्स पर ओल्डेनबर्ग में 38 और डेलमेनहोर्स्ट 62 मरीजों की हत्या का आरोप लगा था। नील्स होगले साल 1999 से 2002 के बीच ओल्डेनबर्ग और 2003 से 2005 के बीच डेलमेनहोर्स्ट के हॉस्पिटल में बतौर नर्स काम किया था, इसी दौरान उसने 100 मरीजों की हत्या की थी। हालांकि उसपर सिर्फ 85 मरीजों की हत्या का मामला चलाया गया था। होगल ने सुनवाई के दौरान अपना जुर्म कबूल कर लिया था। कोर्ट ने होगले को उम्र कैद की सजा देने के साथ-साथ उसे जीवन भर नर्स की प्रेक्टिस करने या किसी हॉस्पिटल में काम करने से बैन कर दिया है।