19 साल की लड़की ने जब मदरसे के हेड टीचर के खिलाफ लगाए गए यौन शोषण के आरोपों को वापस नहीं लिया था तो उसे मदरसे में जिंदा जला दिया गया। अब इस मामले में अदालत ने गुरुवार (24-10-2019) को 16 लोगों को मौत की सजा सुनाई है। इसी साल अप्रैल के महीने में बांग्लादेश में हुई इस भयानक घटना के बाद यहां काफी हंगामा भी मचा था। आरोप था कि लड़की को केरोसिन छिड़क कर आग लगाई गई थी। इस मामले में अदालत का फैसला आने के बाद प्रॉसिक्यूटर हाफिज अहमद ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ‘फैसला से साबित हो गया कि बांग्लादेश में कोई हत्या कर के बच नहीं सकता…यहां कानून का राज है।’

आपको बता दें कि लड़की को लालच देकर मदरसे की छत पर ले जाया गया था। यहां हमलावरों ने पहले उससे कहा कि वो पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत वापस ले ले…लेकिन जब लड़की ने ऐसा करने से इनकार कर दिया तब उसे रस्सियों से जकड़ दिया गया और फिर केरोसिन डाल उसे जिंदा ही जला दिया गया। लड़की 80 प्रतिशत जल गई थी और घटना के 5 दिन बाद 10 अप्रैल, 2019 को अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। लड़की की मौत के बाद यहां काफी हंगामा मच गया था। स्थानीय मीडिया में इस खबर के आने के बाद यहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा था कि ‘जो भी लोग इस मामले में दोषी पाए जाएंगे उन्हें सजा जरूर होगी।’

आपको बता दें कि इसी साल मार्च के महीने में इस लड़की ने थाने में जाकर यौन उत्पीड़न के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उस वक्त एक वीडियो भी लीक हुआ था और इस वीडियो में पुलिस अधिकारी लड़की की शिकायत तो दर्ज करता नजर आ रहा था लेकिन उसने कहा था कि यह कोई बड़ी बात नहीं है। उस वक्त पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों को पकड़ा था।

इन्होंने आरोप लगाया था कि स्कूल के हेड टीचर ने लड़की पर हमला करने का हुक्म उन्हें सुनाया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी Mohammad Iqbal ने ‘AFP’ से बातचीत करते हुए कहा कि ‘हेड टीचर ने उनसे कहा कि लड़की पर केस वापस लेने का दबाव बनाओ और अगर वो राजी नहीं होती है तो उसे ममार डालो।’ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की को मदरसे के छत पर रस्सियों से बांधने वालों में उसके कुछ क्लासमेट भी शामिल थें।

पुलिस के मुताबिक इन हत्यारों की योजना थी कि वो इसे आत्महत्या का नाम दे दें। लेकिन योजना उस वक्त धरी की धरी रह गई जब आग की वजह से लड़की के हाथ और पैर से लिपटी रस्सी जल गई और आंग के लपटों में घिरी यह लड़की छत से उतरकर सीढ़ियों तक आ गई।

इस हत्याकांड के बाद बांग्लादेश सरकार ने यहां के करीब 27,000 स्कूलों को निर्देश दिया था कि वो यौन हिंसा को रोकने के लिए कमेटी बनाएं। हालांकि इधर आरोपियों के तरफ से बचाव पक्ष के वकील ने कहा है कि वो इस मामले में हाईकोर्ट में अपील करेंगे। बता दें कि इस केस की फास्ट ट्रैक सुनवाई की गई और अदालत का फैसला आने में 62 दिन लगे। (और…CRIME NEWS)