इतिहास में ऐसी कई सीरियल किलिंग की घटनाएं हुई हैं जिनके बारे में जानकर आज भी लोग सिहर जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही सीरियल किलर के बारे में बता रहे हैं जिसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थी। हम बात कर रहे हैं बेर्था गिफ्फोर्ड की। बेर्था गिफ्फोर्ड को कई इतिहासकार अमेरिका की सबसे पहली महिला सीरियल किलर भी बताते हैं। यह महिला सीरियल किलर अक्सर बच्चों को अपना शिकार बनती थी। इस महिला का खूनी खेल तकरीबन 21 साल तक चला और इस बीच बेर्था गिफ्फोर्ड ने 17 लोगों को मौत के घाट उतारा था। इसके बावजूद बेर्था गिफ्फोर्ड को सजा नहीं हो पाई थी।

बेर्था गिफ्फोर्ड का जन्म सन् 1872 अमेरिकी के मिसौरी, ग्रुबविल में हुआ था। बेर्था गिफ्फोर्ड की दो बार शादी हुई थी। बेर्था ने पहले हेनरी ग्राहम से शादी की थी लेकिन पति की मौत के बाद उसने यूजीन गिफ्फोर्ड नाम के व्यक्ति से शादी की थी। यूजीन गिफ्फोर्ड और बेर्था गिफ्फोर्ड का एक बच्चा था जिसका नाम जेम्स था।

बेर्था गिफ्फोर्ड एकदम मासूम और भली महिला होने का नाटक किया करती थी। वह हमेशा अपने बीमार पड़ोसियों और रिश्तेदारों की सेवा में लगी रहती थी। हालांकि इस दौरान जब उस इलाके में लगातार बच्चों और लोगों की मौत होने लगी। लगातार हो रहे मर्डर्स की जांच में पुलिस की शक की सुई बेर्था गिफ्फोर्ड पर जरूर आई लेकिन उस पर लगे एक भी कत्ल का आरोप साबित नहीं हो पाया।

यह ऐसी सीरियल किलर महिला थी जो बड़ी सफाई से लोगों को जहर देकर मार देती थी। यह सिलसिला साल 1909 से लेकर 1928 तक चला था। उसने इसी तरह सभी 17 लोगों को मौत के घाट उतारा था। यहां तक कि इस सीरियल किलर के परिवार के लोग और कुछ इतिहासकार भी यह मानते थे सभी कत्ल बेर्था ने ही किए थे।

25 अगस्त 1928 को पुलिस ने मर्डर के आरोप बेर्था गिफ्फोर्ड को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ कोर्ट में केस चला लेकिन एक भी कत्ल का आरोप साबित नहीं हो सका। साल 1951 में बीमार होने की वजह से मौत हो गई थी।